नई दिल्ली: देश में रह रही जनता के जीवन स्तर को मापने में मदद करने वाली देश की प्रति व्यक्ति आय में अच्छा इजाफा हुआ है. वित्त वर्ष 2017 में देश की प्रति व्यक्ति आय 2016-17 में एक लाख रुपये पार कर जाने की उम्मीद है. पिछले वित्त वर्ष में यह 93,293 रुपये थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी वित्त वर्ष 2016-17 की राष्ट्रीय आय के पहले एडवांस्ड अनुमान के मुताबिक बाजार मूल्य पर प्रति व्यक्ति शुद्ध राष्ट्रीय आय 2016-17 में 1 लाख 03 हजार 007 रुपये रहने का अनुमान है. यह 2015-16 के 93,293 रुपये के मुकाबले 10.4 फीसदी अधिक है.


आंकड़ों के अनुसार, ‘‘वास्तविक आधार पर 2011-12 मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय 2016-17 में 81,805 रुपये रहने का अनुमान है जो 2015-16 में 77,435 रुपये थी.’’ स्थिर मूल्य पर प्रति व्यक्ति आय में 2016-17 में 5.6 फीसदी वृद्धि का अनुमान है जबकि इससे पिछले वर्ष में 6.2 फीसदी की वृद्धि हुई थी.


केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार देश की जीडीपी विकास दर 2016-17 में धीमी होकर 7.1 फीसदी रह जाने का अनुमान है जो पिछले वित्त वर्ष में 7.6 फीसदी थी. आर्थिक वृद्धि दर में कमी का कारण मैन्युफैक्चरिंग, माइनिंग और कंस्ट्रक्शन सेक्टर में नरमी आना है.


सीएसओ ने 9 नवंबर से प्रभाव में आये नोटबंदी के असर को शामिल नहीं किया है और ये अनुमान अक्टूबर तक उपलब्ध क्षेत्रवार आंकड़े पर उपलब्ध है. राष्ट्रीय आय पर सीएसओ का अनुमान रिजर्व बैंक के अनुमान के बराबर ही है. रिजर्व बैंक ने भी जीडीपी वृद्धि के अनुमान को कम कर 7.1 फीसदी कर दिया है.