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Cred Money: आसान होगा पैसे का मैनेजमेंट, क्रेड मनी से मिलेगी मदद, जानें कैसे करें इस्तेमाल और क्या होंगे लाभ

What is Cred Money: फिनटेक कंपनी क्रेड का यह प्रोडक्ट यूजर्स के लिए पैसों का प्रबंधन आसान बनाने में मददगार साबित होगा. आइए जानते हैं कि क्रेड मनी के क्या फायदे हैं...

फिनटेक स्टार्टअप कंपनी क्रेड ने ग्राहकों के लिए एक नए सॉल्यूशन क्रेड मनी की शुरुआत की है. कंपनी का कहना है कि उसकी यह सर्विस लोगों को पैसों को मैनेज करने में मददगार साबित होगी. इससे यूजर्स को एक ही प्लेटफॉर्म फाइनेंस मैनेज करने की सुविधा मिलेगी.

ऐसे यूजर्स के लिए खास मददगार

क्रेड के अनुसार, क्रेड मनी से लोगों के लिए फाइनेंस से जुड़े निर्णय लेना आसान हो जाएगा. कंपनी का कहना है कि जो यूजर अभी तक कम भरोसे के साथ वित्तीय निर्णय लेते थे, खास तौर पर उनके लिए यह सॉल्यूशन बड़े काम की साबित होगी. यह सर्विस फाइनेंशियल प्रोग्रेस की दिशा में भरोसेमंद, बुद्धिमान अैर मददगार गाइड का काम करेगी.

कैसे काम करती है क्रेड मनी सर्विस?

क्रेड मनी सर्विस यूजर के सभी पेमेंट अकाउंट को एक जगह पर लाएगी. एक ही जगह पर पेमेंट के सारे अकाउंट के उपलब्ध होने से लोगों को एक्शन लेने में सहूलियत होगी. बकौल क्रेड, अभी 10 में से 7 भारतीय कई पेमेंट अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें एक से ज्यादा बैंक अकाउंट, वॉलेट, यूपीआई आईडी आदि शामिल हैं. क्रेड मनी इन सभी अकाउंट को एक ही जगह पर जमा कर देगी.

कभी मिस नहीं होगी डेडलाइन

उससे ग्राहक एक ही जगह पर सभी पेमेंट अकाउंट का बैलेंस चेक कर सकेंगे, एक ही जगह पर सभी अकाउंट से पेमेंट कर सकेंगे और अपनी सुविधा व पसंद के हिसाब से विकल्प सेट कर सकेंगे. इससे ग्राहकों को समय पर पेमेंट करने में भी मदद मिलेगी. चाहे एसआईपी के पेमेंट हों या लोन की ईएमआई, स्टाफ की सैलरी हो या घर का किराया, या फिर इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान हो, ग्राहकों को एक ही जगह पर सभी के रिमाइंडर मिल जाएंगे. इससे डेडलाइन मिस होने की समस्या से निजात मिलेगी.

खर्च पर लगाम लगाने में मददगार

क्रेड मनी से यूजर को अपना खर्च नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. कंपनी का कहना है कि उसकी यह नई सर्विस ग्राहकों को स्पेंडिंग पैटर्न को एनालाइज करने की सुविधा देगी. यानी यूजर इस बात का विश्लेषण कर पाएंगे कि उनका खर्च करने का तरीका कैसा है. उसके हिसाब से वे अपनी आदतों को सुधार सकते हैं और गैर-जरूरी खर्च में कटौती कर बचत बढ़ा सकते हैं.

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