FD Interest Rate: देश में रिजर्व बैंक के दखल के बाद कर्ज जहां महंगा हो गया, वहीं एफडी (Fixed Deposit) पर भी ज्यादा ब्याज मिल रहा है. अगर आप एफडी करना चाहते हैं तो फिलहाल कम समय के लिए कराएं क्योंकि केंद्रीय बैंक (RBI) अगस्त तक सीआरआर में दो बार और बढ़ोतरी कर सकता है. अगर आप लंबे समय के लिए एफडी कराएंगे तो इस फायदे से चूक जाएंगे.
आप 3-4 महीने के लिए ही एफडी कराएं. इसे छोटे-छोटे टुकड़ों में और कई बैंकों में करें. दरअसल, एफडी में आपको एक तय समय के लिए बिना किसी जोखिम के पैसे को रखने की सुविधा होती है. इस पर बचत खाते के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है.
निवेश से पहले रिसर्च जरूरी
एफडी कराने से पहले रिसर्च जरूर करें. छोटे बैंकों में ज्यादा ब्याज मिलता है. कुछ अच्छी कंपनियां भी एफडी की सुविधा देती हैं. अगर ये कंपनियां अच्छे कॉरपोरेट घरानों की है तो इन पर भरोसा कर सकते हैं. यह आमतौर पर बैंकों की एफडी से 1-2 प्रतिशत ज्यादा ब्याज देती हैं.
लोन लेना है तो जल्दी करें
रेपो दर में बढ़ोतरी की आशंका को देखते हुए बुद्धिमानी इसी बात में है कि आप जल्द से जल्द लोन ले लें ताकि ज्यादा ब्याज न भरना पड़े. ब्याज दरें बढ़ने के बाद आपको एक लाख रुपये पर कम-से-कम 75 रुपये ज्यादा ब्याज देना पड़ सकता है. जो लोग नया कर्ज ले रहे हैं, उनको फायदा होगा, उन्हें बैंक अभी भी कम ब्याज पर लोन दे रहे हैं.
पुराने ग्राहकों के लिए ब्याज दरें ज्यादा होती हैं. अगर 5 साल पुराना लोन है तो इसे आप किसी और बैंक या वित्तीय संस्थान में ट्रांसफर करा लें. अगर आप टैक्स के दायरे में आते हैं तो लंबे समय के लिए लोन लें. इससे टैक्स बचत होगी.
एफडी पर बढ़ा ब्याज
SBI ने 2 करोड़ से ऊपर के जमा पर 0.9 प्रतिशततक ब्याज बढ़ाया है. पंजाब नेशनल बैंक एक से पांच साल के जमा पर सालाना 5.10 प्रतिशतकी दर से ब्याज दे रहा है. बैंक ऑफ बड़ौदा एक साल से 2 साल की अवधि पर 5.05 प्रतिशतऔर 3 साल से अधिक एवं 5 साल से कम पर 4.5 प्रतिशतदे रहा है. बजाज फाइनेंस 5 करोड़ तक के जमा पर 7 प्रतिशतब्याज दे रहा है.
वित्तीय लक्ष्य पूरा करने में सहायक
आंकड़ों के मुताबिक देश में 41 प्रतिशतआबादी कामकाजी है, जबकि 59 प्रतिशत उस पर निर्भर है. इसलिए एक स्थिर और गारंटीड सेविंग स्कीम की जरूरत है. बचत, बच्चों की पढ़ाई या किसी अन्य वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने के लिए एफडी अभी भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है.
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