Public Provident Fund: पब्लिक प्रोविडेंट फंड छोटी बचत योजना (Small Saving Schemes) के तहत एक ऐसी स्कीम है, जो लॉन्ग टर्म में निवेशकों को बड़ा मुनाफा देती है. इस योजना के तहत 15 साल की मैच्योरिटी की अवधि होती है. हालांकि इस मैच्यारिटी अवधि को 5-5 साल करके और आगे बढ़ाया जा सकता है. इस योजना के तहत सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है.
अगर आप भी PPF में निवेश करते हैं तो आपको हर महीने के 5 तारीख से पहले या पांच को पैसा जमा कर देना चाहिए. ऐसा नहीं करना पर आपको अपने ब्याज का नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस तारीख से पहले पैसा जमा करते हैं तो उस महीने का भी ब्याज आपके खाते में जुड़ जाता है, लेकिन 5 तारीख के बाद निवेश किया जाता है तो उस महीने का ब्याज आपको नहीं दिया जाएगा.
उदाहरण से समझिए कैसे मिलेगा ज्यादा मुनाफा
अगर मान लीजिए आप पीपीएफ में सालाना 1.5 लाख रुपये जमा करते हैं और अगर आपने 20 अप्रैल को पीपीएफ अकाउंट में ये रकम जमा की तो इस वित्त वर्ष के दौरान आपको सिर्फ 11 महीने का ब्याज ही मिलेगा. इसका मतलब हुआ कि आप वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 9,762.50 रुपये का ब्याज लेंगे, लेकिन अगर आप 5 अप्रैल को ये राशि जमा करते हैं तो आपको 10,650 रुपये का लाभ होगा.
पीपीएफ में कितना ब्याज
काफी समय से पब्लिक प्रोविडेंट फंड के ब्याज में इजाफा नहीं हुआ है. पीपीएफ अकाउंट के तहत 7.1 फीसदी का ब्याज जारी किया जाता है. सरकार हर साल ब्याज दर तय करती है और 31 मार्च को इसे आपके खाते में जोड़ देती है,लेकिन इसकी गणना हर महीने की जाती है.
PPF में इनकम टैक्स लाभ
ज्यादातर लोग पब्लिक प्रोविडेंट फंड में टैक्स सेविंग के लिए निवेश करते हैं. ये योजना छोटी बचत योजना के तहत संचालित है और ये टैक्स फ्री है, क्योंकि इसमें निवेश की अधिकत्तम सीमा 1.5 लाख रुपये है. ये योजना रिटायरमेंट और लॉन्ग टर्म में निवेश करने वाले लोगों के लिए अच्छा विकल्प है.
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