Petrol-Diesel की कीमतों का बिक्री पर दिख रहा असर, अप्रैल में LPG की मांग में आई गिरावट, जानें कितनी बढ़ी पेट्रोल-डीजल की सेल?
Petrol Sale: देशभर में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की कीमतें में तेजी की वजह से इनकी मांग में गिरावट देखने को मिली है. भारत में अप्रैल 2022 में पेट्रोल-डीजल की मांग में हल्की ग्रोथ देखने को मिली है.
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Petrol and Diesel Sale: देशभर में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी की कीमतें में तेजी की वजह से इनकी मांग में गिरावट देखने को मिली है. भारत में अप्रैल 2022 में पेट्रोल-डीजल की मांग में हल्की ग्रोथ देखने को मिली है. वहीं, एलपीजी गैस की खपत की बात की जाए तो इसमें गिरावट आई है. बता दें ईंधन की कीमतें रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई हैं, जिसकी सीधा असर मांग पर देखने को मिल रहा है. कीमतों की बढ़ोतरी से मांग प्रभावित हुई है. उद्योग के आरंभिक आंकड़ों से रविवार को यह जानकारी मिली है.
LPG की मांग में आई गिरावट
मार्च 2022 की तुलना में अप्रैल, 2022 में पेट्रोल की बिक्री में 2.1 फीसदी का इजाफा देखनो को मिला है जबकि डीजल की मांग लगभग सपाट रही है. रसोई गैस एलपीजी जिसकी मांग माहमारी काल में भी बढ़ती रही थी उसकी खपत में भी मासिक आधार पर अप्रैल में 9.1 फीसदी की गिरावट आई.
22 मार्च को साढ़े 4 महीने बाद बढ़ीं थीं कीमतें
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें करीब साढ़े चार महीने तक स्थिर रखने के बाद 22 मार्च को पहली बार बढ़ाई थीं. उसके बाद छह अप्रैल तक 16 दिन में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुल 10-10 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी गई.
22 मार्च को सिलेंडर की कीमतों में 50 रुपये का हुआ इजाफा
घरेलू रसोई गैस की कीमत में भी 22 मार्च को 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी जिसके बाद दिल्ली में सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर का दाम 949.50 रुपये पर पहुंच गया. इस मूल्यवृद्धि के कारण खपत में नरमी आई.
जारी हुए आंकड़े
पेट्रोलियम उद्योग के आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक, सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने अप्रैल में 25.8 लाख टन पेट्रोल बेचा जो पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले करीब 20.4 फीसदी अधिक और 2019 की समान अवधि की तुलना में 15.5 फीसदी अधिक है. हालांकि, मार्च 2022 के मुकाबले खपत महज 2.1 फीसदी ही अधिक रही.
डीजल की बिक्री सालाना आधार पर 13 फीसदी बढ़ी
देश में सबसे ज्यादा उपयोग में लाए जाने वाले ईंधन डीजल की बिक्री सालाना आधार पर 13.3 फीसदी बढ़कर करीब 66.9 लाख टन हो गई. यह अप्रैल, 2019 की बिक्री के मुकाबले 2.1 प्रतिशत अधिक है, लेकिन इस साल मार्च में हुई 66.7 लाख टन की खपत की तुलना में महज 0.3 फीसदी अधिक है.
23.7 फीसदी बढ़ी पेट्रोल-डीजल की बिक्री
मार्च के पहले पखवाड़े में पेट्रोल और डीजल की बिक्री क्रमश: 18 फीसदी और 23.7 फीसदी बढ़ गई थी. मार्च में डीजल की बिक्री बीते दो साल में किसी महीने में सर्वाधिक रही थी. अप्रैल में एलपीजी की खपत मासिक आधार पर 9.1 फीसदी गिरकर 22 लाख टन रही, यह अप्रैल, 2021 की तुलना में 5.1 फीसदी अधिक है.
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