विदेशी बाजार में कच्चे तेल के भाव में भारी गिरावट आई है. कच्चे तेल की कीमतों में आए इस बदलाव से भारत में आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद बढ़ रही है. कच्चा तेल के भाव कई सालों के निचले स्तर पर आने से पेट्रोल और डीजल के भाव में एक बार फिर से कटौती करने की संभावना बढ़ गई है.
सालों बाद 70 डॉलर से नीचे आया भाव
एएफपी की एक रिपोर्ट बताती है कि मंगलवार को ब्रेंट क्रूड का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया. दिसंबर 2021 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब कच्चे तेल का भाव 70 डॉलर से भी कम हुआ है. एएफपी के अनुसार, दुनिया भर में अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने की रफ्तार कम होने को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं. इन चिंताओं ने कच्चे तेल की डिमांड को प्रभावित कम हुआ है, जिसका असर कीमतों पर दिख रहा है.
मंगलवार को इतना गिर गया कच्चा तेल
मंगलवार को ब्रेंट क्रूड का भाव 3.7 फीसदी कम होकर 69.15 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था. वहीं वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव 4.1 फीसदी कम होकर 65.90 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था. यह लगभग 3 साल में कच्चे तेल का सबसे निचला स्तर है. इससे उम्मीद बढ़ गई है कि सरकारी तेल कंपनियां डीजल और पेट्रोल के खुदरा भाव में कटौती करने पर विचार करे.
हालांकि आज कच्चे तेल के भाव में तेजी दिख रही है. बुधवार को ब्रेंट क्रूड 1.49 फीसदी की तेजी के साथ 70.22 डॉलर पर और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 1.49 फीसदी की तेजी के साथ 66.73 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है.
6 महीने पहले हुई थी दाम में कटौती
देश में तीन सरकारी तेल कंपनियां इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम डीजल व पेट्रोल की खुदरा बिक्री करती हैं. तीनों कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव के हिसाब से डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बदलाव करती हैं. डीजल और पेट्रोल के खुदरा दाम में लगभग 6 महीने से कोई बदलाव नहीं हुआ है. आम लोगों को आखिरी बार 14 मार्च 2024 को राहत दी गई थी. उस समय डीजल और पेट्रोल के दाम में 2-2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी.
कई राज्यों में होने वाले हैं चुनाव
डीजल और पेट्रोल की कीमतों में बदलाव को चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है. पिछली बार यानी मार्च 2024 में जब दाम में कटौती की गई थी, तब देश में लोकसभा चुनाव होने वाले थे. उसके बाद अभी कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस कारण उम्मीद की जा रही है कि सरकार एक बार फिर से लोगों को राहत दे सकती है. अभी दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये लीटर और डीजल 87.62 रुपये लीटर मिल रहा है. वहीं देश के कई राज्यों में डीजल-पेट्रोल के भाव 100 रुपये लीटर के पार निकले हुए हैं.
पिछले सप्ताह से जारी है बड़ी गिरावट
वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के भाव में लगातार गिरावट देखी जा रही है. पिछले सप्ताह ब्रेंट क्रूड का भाव करीब 8 फीसदी गिरा था, जबकि वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के भाव में लगभग 6 फीसदी की गिरावट आई थी. इस सप्ताह भी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का दौर बना हुआ है. मौजूदा आर्थिक हालात इशारा कर रहे हैं कि कच्चा तेल और सस्ता हो सकता है. तेल उत्पादक देशों के द्वारा उत्पादन में कटौती करने से जिस सपोर्ट की उम्मीद की जा रही थी, वह भी फिलहाल टल गई है. ओपेक प्लस में शामिल देश उत्पादन बढ़ाने की योजना को अक्टूबर-नवंबर तक टालने के लिए सहमत हुए हैं. कुल मिलाकर होली के बाद अब दशहरा-दिवाली से पहले डीजल-पेट्रोल के भाव में एक और कटौती की मजबूत संभावनाएं बनी हुई हैं.
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