Energy Stock Prices: कच्चे तेल की कीमत (Crude Oil Prices) एक बार फिर घटकर 75 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ चुकी है. ब्रेंट क्रूड ऑयल (Brent Crude Oil) प्राइस 4.29 फीसदी की गिरावट के साथ 74.14 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है तो डब्ल्यूटीआई क्रूड (WTI Crude) 4.54 फीसदी की गिरावट के साथ 70.48 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा है. कच्चे तेल की कीमतों में आई इस गिरावट से सबसे बड़ी राहत ऑयल मार्केटिंग कंपनियों, इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम को मिली है जिसके चलते तीनों कंपनियों के शेयरों में मंगलवार 15 अक्टूबर के कारोबारी सत्र में शानदार तेजी रही है.
HPCL-IOC के शेयरों में तेजी
लेकिन तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में आई तेजी का कनेक्शन केवल कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से नहीं जुड़ा है. बल्कि चुनाव आयोग की ओर से चुनाव के तारीखों का एलान भी शेयरों में तेजी की बड़ी वजह है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कच्चे तेल की कीमतों में आई तेज गिरावट के बाद सरकारी तेल कंपनियों को पेट्रोल डीजल बेचने पर 10 से 12 रुपये प्रति लीटर का मुनाफा हो रहा था. ऐसे में ये संभावना जताई जा रही थी कि चुनावों के देखते हुए पेट्रोल डीजल की कीमतों में मामूली कमी की जा सकती है. पर ऐसा हुआ नहीं, इसलिए सरकारी तेल कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई. एचपीसीएल (HPCL) का स्टॉक 4.68 फीसदी की तेजी के साथ 424.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. बीपीसीएल (BPCL) का शेयर 2.29 फीसदी के उछाल के साथ 348 रुपये, जबकि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (India Oil Corporation) का शेयर 1.42 फीसदी की तेजी के साथ 167.75 रुपये रहा है.
आचार संहिता लागू, OMC's ने ली राहत की सांस
चुनाव आयोग (Election Commission) ने मंगलवार 15 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र (Maharastra), झारखंड (Jharkhand) के विधानसभा चुनावों (Assembly Polls) की तारीखों का एलान कर दिया है. इसके साथ ही आचार संहिता (Model Code Of Conduct) लागू हो चुका है. दरअसल इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दामों में गिरावट के बाद ये कयास लगाया जा रहा था कि महाराष्ट्र, झारखंड विधानसभा चुनावों की तारीखों के एलान से पहले पेट्रोल डीजल के दामों में कटौती की जा सकती है. पिछले दिनों जब ये रिपोर्ट आई थी कि सरकार इन महत्वपूर्ण राज्यों में चुनाव की तारीखों के एलान से पहले पेट्रोल डीजल के दाम घटा सकती है. तब तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आ गई थी. हालांकि चुनाव के तारीखों के एलान से पहले पेट्रोल डीजल के दामों में कोई कटौती नहीं की गई और अभ आचार सहिंता के लागू होने के साथ ही इसकी संभावना फिलहाल खत्म हो गई है. इसी के चलते सरकारी तेल कंपनियों के स्टॉक में ये तेजी आई है.
ये भी पढ़ें