Petrol Diesel Prices May Decline: सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल! कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
Petrol Diesel Prices Likely To Come Down: कच्चे तेल की कीमतों में 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है और ये 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़का है
Petrol Diesel Prices Likely To Come Down: महंगे पेट्रोल डीजल ( Petrol Diesel ) की कीमतों से आम लोगों को राहत मिल सकती है. क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल ( Crude Oil) की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है. दरअसल दक्षिण अफ्रीका ( South Africa ) में कोरोना वायरस ( Corona Virus ) के नए वैरिएंट ( New Variant) के सामने आने की खबर के बाद दुनियाभर के निवेशकों में बेचैनी है.
इसलिये कच्चे तेल की कीमतों में 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है और ये 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे जा लुढ़का है. ब्रेंट क्रूड पर कीमत 3.16 डॉलर प्रति बैरल यानि करीब 4 फीसदी घटकर 79.06 डॉलर प्रति बैरल पर जा पहुंचा है.
आर्थिक रफ्तार पर पड़ सकती है धीमी
शेयर बाजार में गिरावट के बाद कच्चे तेल जैसे दूसरे कॉमौडिटी की कीमतों पर भी इसका असर पड़ा है. बाजार को डर है कि कोरोना के नए वैरिएंट के मिलने से दुनिया के देशों की आर्थित विकास की रफ्तार धीमी पड़ सकती है तो आवाजाही भी प्रभावित होगी.
स्ट्रैटजिक रिजर्व से कच्चे तेल बाजार में
इसके अलावा भारत अमेरिका चीन और जापान ने कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों पर काबू पाने के लिये अपने स्ट्रैटजिक रिजर्व से कच्चे तेल बाजार में उतार रहे हैं. इसके चलते भी कच्चे तेल की कीमतें घट रही है.
हाल ही में भारत सरकार ने इंसरजेंसी स्ट्रैटजिक रिजर्व से 5 मिलियन बैरल कच्चा तेल बाजार में बेचने का फैसला लिया है. सरकार के इस कदम से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आने की उम्मीदें है.
38 मिलियन बैरल कच्चा तेल का है Strategic Reserve
भारत के पास 38 मिलियन बैरल कच्चे तेल का रिजर्व है जो देश के पूरब और पश्चिम कोस्टल एरिया में अंडरग्राउंड स्टोर कर रखा गया है. जिसमें से 5 मिलियन बैरल तेल अगले 7 से 10 दिनों के भीतर बाजार में उतारा जाएगा. इससे पहले अमेरिका, जापान, चीन समेत कुछ और देशों ने भी कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर अपने रणनीतिक रिजर्व से कच्चा तेल बाजार में बेचने का फैसला किया है. इन देशों के इस फैसले के बाद से कच्चे तेल की बढ़ती कीमत पर लगाम भी लगी है.
पाईपलाइन के जरिये होगा सप्लाई
केंद्र सरकार अपने Strategic Reserve में स्टोर कर रखा गया ये कच्चा तेल मैंगलोर रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स और हिदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को बेचेगी जिनकी रिफाइनरी इन रिजर्व से पाईपलाइन के जरिये जुड़ी हुई है.
जरुरत पड़ने पर बढ़ेगी सप्लाई
सरकार ने संकेत दिये हैं कि जरुरत पड़ने पर सरकार इन स्ट्रैटजिक रिजर्व से और कच्चा तेल बाजार में बेच सकती है जिससे आम लोगों को महंगे ईंधन की मार से राहत दी जा सके.
ये भी पढ़ें