नई दिल्लीः देश भर में सरकारी तेल कंपनियो के 56 हजार पेट्रोल पम्प पर काम करने वाले करीब 9 लाख कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर. इन कर्मचारियों का वेतन बढ़ेगा. साथ ही इन कर्मचारियों को केंद्र सरकार की दो विशेष बीमा योजना का फायदा मिलेगा.


दरअसल, तीन सरकारी तेल मार्कैटिंग कंपनियों, इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम ने अपने डीलर के लिए पेट्रोल और डीजल पर मार्जिन बढ़ाने का ऐलान किया है. साथ ही ये तय हुआ है कि हर किसी के लिए एक समान मार्जिन के बजाए, अलग-अलग शहरों में बिक्री के हिसाब से मार्जिन दिया जाएगा. इस तरह पेट्रोल पर मार्जिन में 9 से 43 फीसदी और डीजल पर मार्जिन में 11 से 59 फीसदी के बीच की बढ़ोतरी होगी. इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह के मुताबिक, मार्जिन बढ़ाने की वजहों में मजदूरी में बढ़ोतरी और पूंजी की लागत में बढ़ोतरी मुख्य रुप से शामिल है. मार्जिन की नई दर पहली अगस्त से लागू की गयी है.


मार्जिन की नई दर



कैसे होगा कर्मचारियों को फायदा


मार्जिन की व्यवस्था मे बदलाव के साथ ही कुछ नई बातें जोड़ी गयी है. मसलन, कर्मचारियों के लिए कम से कम वेतन की केद्रीय व्यवस्था लागू की जा रही है. इससे वेतन कम से कम 50 फीसदी तक बढ़ सकता है. साथ ही पूरे देश में कमोबेश एक वेतन संभव हो सकेगा.


सभी डीलर ये सुनिश्चित करेंगे कि उनके कर्मचारी प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में शामिल किए जाए. इसके लिए प्रीमियम का भुगतान बढ़े हुए मार्जिन के जरिए होगा.


साथ ही सभी डीलर्स से ये भी उम्मीद की जाती है कि वो गुणवत्ता और मात्रा में कोई समझौता नहीं करेंगे. यही नहीं पेट्रोल पम्प पर साफ-सफाई का पूरा इंतजाम होगा.


इंडियन ऑयल के वित्तीय नतीजे
इस बीच, देश की सबसे बड़ी तेल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑयल ने ऐलान किया कि 30 जून को खत्म हुए तीन महीने के कार्यकाल में उसे 4549 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ जबकि बीते साल की समान अवधि में ये रकम 8269 करोड़ रुपये ऱही थी, यानी करीब 45 फीसदी की कमी. कंपनी के चेयरमैन संजीव सिंह के मुताबिक, घाटे की बड़ी वजह जमा स्टॉक पर घाटा (इनवेंटरी लॉस) है.