Pharma Sahi Daam App Download : महंगाई के दौर में आज आम आदमी अपने परिवार का सामान्य खर्चा तक नहीं उठा पा रहा है, उसे कभी न कभी पर्सनल लोन तक लेना पड़ रहा है. वहीं अगर वो या उसके परिवार का कोई भी सदस्य बीमार पड़ जाए तो मानो घर, दुकान तक बिकने की नौवत आ जाती है. हॉस्पिटल का खर्चा जैसे-तैसे झेल भी लो, लेकिन किसी सर्जरी के बाद साल भर चलने वाली दवाओं का खर्चा सभी को भारी पड़ जाता है. इस खबर में हम आपको एक ऐसी ऐप के बारे में जानकारी दे रहे है, जिसकी मदद से आप अपनी दवाओं पर होने वाले खर्चे को सीधे आधा कर सकते है.
दवाओं पर नियंत्रण जरूरी
भारत में 33 प्रतिशत के अधिक दवाओं पर सरकार का नियंत्रण है. केंद्र सरकार ने आवश्यक दवाओं की सूची बनाई है और उनकी कीमत को नियंत्रण में रखा है. नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (NPPA) भारत में आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के तहत आने वाली दवाओं की कीमत तय करती है. भारत में 355 दवाओं और उनके 882 फॉर्मूलेशन की कीमतें ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर (DPCO) के तहत तय की हैं.
ये है सरकारी ऐप
आपको बता दे की केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं पर ब्रांडेड दवाओं के बोझ को कम करने के लिए ‘फार्मा सही दाम (Pharma Sahi Daam) नाम की ऐप को लॉन्च किया है. इस ऐप को आप Android और iOS दोनों के लिए Playstore से डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकते हैं. राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (National Pharmaceutical Pricing Authority) द्वारा उपभोक्ताओं को ब्रांडेड दवाओं के सस्ते, लेकिन समान गुणों वाले विकल्प का सुझाव देने के लिए बनाया है.
ऐसे करें पता
अगर डॉक्टर आपकी बीमारी के लिए आपसे ब्रांडेड दवा लेने के लिए लिखता है तो आप इस ऐप में दवा का नाम टाइप करें. फिर ऐप आपको ब्रांडेड दवाओं के किफायती विकल्प दिखाएगा जो आप ले सकते हैं. हालांकि उनके नाम अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन उनके औषधीय गुण एक जैसे ही रहते है. उनका काम एक जैसा ही रहेगा.
ऐसे समझे
भारत में सबसे अधिक बिकने वाली एंटीबायोटिक दवाओं में ऑगमेंटिन है. अब इस ब्रांडेड दवा की कीमत 10 टैबलेट के लिए लगभग 250 रुपये है. अगर इस ऐप पर आपको कम से कम 10 विकल्प के साथ 6 टैबलेट के लिए 40 रुपये में दवा मिल सकती है.
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