ऑनलाइन दवा डिलीवरी कंपनी फार्मईजी ने इसी क्षेत्र की छोटी कंपनी मेडलाइफ को खरीद लिया है. ऑनलाइन फार्मेसी सेक्टर में यह अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण कहा जा रहा है. इसके साथ ही एपीआई होल्डिंग्स की फार्मा कंपनी फार्मईजी ने 3000 से 3700 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने लाने के लिए भी बातचीत शुरू कर दी है.
इस साल या अगले साल की शुरुआत में हो सकती है लिस्टिंग
आईपीओ के मुताबिक इस कंपनी की वैल्यू 21,800 रुपये की हो सकती है. पिछले सप्ताह कई इनवेस्टमेंट बैंकों से आईपीओ के लिए संपर्क किया गया. कंपनी की इस साल या अगले साल की शुरुआत में लिस्टिंग हो सकती है. इनवेस्टमेंट फर्म- टीपीजी ग्रोथ, प्रोसस वेंचर्स, टीमसेक, सीडीपीक्यू, एलजीटी लाइटरोक, एइट रोड्स और थिंक इनवेस्टमेंट् की फार्मईजी में 80 फीसदी हिस्सेदारी है. आईपीओ की ओर पहल के बारे में न तो फार्मईजी कोई जानकारी दे रही है और न एपीआई होल्डिंग्स के निवेशक.
फार्मईजी फार्मा सेक्टर की पहली यूनिकॉर्म
पिछले सप्ताह पीई फंड वारबर्ग पिनकस समर्थित फार्मेसी चेन मेडप्लस ने अपने दो हजार करोड़ का आईपीओ लॉन्च करने के लिए इनवेस्टमेंट बैंकरों को हायर किया था. फार्मईजी की पैरेंट कंपनी एपीआई होल्डिंग्स ने प्रोसेस वेंचर्स की अगुआई में अपनी सीरीज ई राउंड में 35 करोड़ डॉलर जुटाए थे. उस वक्त फार्मईजी की वैल्यूएशन 1.5 अरब डॉलर से ज्यादा आंकी गई थी. यह यूनिकॉर्न बनने वाली भारत की पहली ऑनलाइन फार्मेसी कंपनी बन गई थी.
पिछले कुछ समय से ऑनलाइन फार्मा कंपनियो का कारोबार काफी बढ़ा है. इस क्षेत्र में मार्केट हिस्सेदारी के लिए रिलायंस रिटेल, अमेजन और टाटा भी होड़ में लगे हैं. फार्मईजी के कोफाउंडर धवल शाह का कहना है कि मेडलाइफ के अधिग्रहण के बाद कंपनी देश भर में सबसे बड़ी हेल्थकेयर प्रोडक्ट डिलीवरी प्लेटफार्म बन जाएगी. यह कंपनी हर महीने लगभग 20 लाख लोगों तक अपने प्रोडक्ट पहुंचाती है.
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