PIB Fact Check of Viral Message of Digital India: बढ़ते डिजिटाइजेशन (Digitalisation) के साथ-साथ साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. पिछले कुछ समय में साइबर अपराधी लोगों को अलग-अलग तरीके से अपना शिकार बना रहे हैं. आजकल कई बार साइबर फ्रॉड करने वाले लोगों को कई तरह के आकर्षक ऑफर देते हैं. देश में बढ़ती बेरोजगारी के कारण आजकल साइबर अपराधी नौकरी का झांसा देकर लोगों के अपना शिकार बना रहे हैं.
आजकल सोशल मीडिया (Social Media) पर एक लेटर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. इस वायरल लेटर में यह दावा किया जा रहा है कि डिजिटल इंडिया के तहत सरकार ड्राइवर और चपरासी जैसे पदों के लिए नियुक्ति कर रही है. अगर आपको भी यह वायरल लेटर फॉरवर्ड किया गया है तो इस लेटर की सच्चाई जान लें. तो चलिए हम आपको इस मैसेज और नियुक्ति की सच्चाई बताते हैं-
PIB ने ट्वीट कर दी जानकारी-
आपको बता दें कि इस वायरल मैसेज के बारे में जानकारी देते हुए पीआईबी ने फैक्ट चेक किया है. इस मामले पर जानकारी देते हुए पीआईबी ने बताया है कि सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि डिजिटल इंडिया ड्राइवर/चपरासी के पद के लिए नियुक्तियां शुरू की है. इसके साथ ही वायरल मैसेज के साथ ही एक नियुक्ति पत्र भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल (Viral Message of Social Media) हो रहा है. इसके साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि सरकार इसके एवज में कुछ पैसों का भुगतान करने के लिए कह रही है.
क्या है वायरल मैसेज की सच्चाई-
PIB के द्वारा डिजिटल इंडिया में नौकरी के दावे की जांच की गई है. इस जांच में यह पता चला है कि यह दावा पूरी तरह से गलत है और डिजिटल इंडिया ने इस तरह के किसी भी नियुक्ति की परमिशन नहीं दी है. इसके साथ ही नौकरी के बदले में मांगे जा रहे पैसे देने की भूल आप बिलकुल न करें. ध्यान रखें कि किसी भी सरकारी दावे पर किसी तरह का विश्वास करने से पहले उसकी सही तरीके से जांच करें. इसके लिए आपकी योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर चेक करें.
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