देश में साल 2016 की नोटबंदी (Demonetisation) के बाद नए 500 और 2000 के नोट मार्केट में आए. ज्यादातर लोगों को 500 जैसे बड़े मूल्य के नोटों के असली या नकली होने की चिंता रहती है. सोशल मीडिया (Social Media)  पर अक्सर नोटों के पहचान को लेकर मैसेज वायरल (Viral News) होते रहते हैं. ऐसे में कई बार यह समझ में नहीं आता है कि कौन सा मैसेज सही है और कौन सा गलत है. किस तरह असली और नकली 500 रुपये (Fake 500 rupee note)  के नोट की पहचान की जाए.


आजकल एक मैसेज व्हाट्सऐप (WhatsApp) और बाकी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बहुत वायरल है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि वह 500 रुपये का नोट नकली है जिसमें आरबीआई के गवर्नर का साइन हरी पट्टी के पास न होकर गांधीजी की तस्वीर के पास है. ऐसे में यह कई बार समझ में नहीं आता है कि यह मैसेज सही है या गलत है.


पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने बताई वायरल मैसेज की सच्चाई
PIB की फैक्ट चेक टीम (PIB Fact Check Team) इस तरह के वायरल मैसेज को चेक करके इसकी सच्चाई बताता है. पीआईबी (PIB) के अनुसार यह वायरल (Viral News of 500 rupees note) पूरी तरह से झूठा है. इस मैसेज में कोई सच्चाई नहीं है. इस मामले पर जानकारी देते हुए पीआईबी ट्वीट करके जानकारी दी है,'एक मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि ₹500 का वह नोट नकली है जिसमें हरी पट्टी आरबीआई गवर्नर (RBI Governor)  के सिग्नेचर के पास न होकर गांधीजी की तस्वीर के पास होती है.यह दावा फर्जी है. RBI के अनुसार दोनों ही तरह के नोट मान्य होते हैं.






इस तरह करें असली और नकली नोट की पहचान
असली और नकली नोट के पहचान के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने कुछ पहचान बताए हैं. 500 रुपये के राइट साइड में नंबर देवनागरी में लिखा होता है. वहीं बीच में महात्मा गांधी की तस्वीर होती है. इसके अलावा छोटा सा इंडिया और भारत लिखा होता है. इसके अलावा इसमें सिक्योरिटी धागा भी होता है जिसे झुकाने पर यह नीले रंग में बदल जाता है. इससे आपको पता चल जाएगा कि नोट असली है या नकली. इसके अलावा महात्मा गांधी की फोटो की राइट साइड में आरबीआई का चिन्ह भी होता है.


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