PIB Fact Check: घर पर मोबाइल टावर लगवाने पर मिलेंगे 30 लाख और 25 हजार सैलरी? जानें वायरल मैसेज की सच
Mobile Tower Installation: सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि केवल 740 रुपये का भुगतान करके 30 लाख रुपये और हर महीने 25,000 रुपये की कमाई कर सकते हैं.
PIB Fact Check Mobile Tower Installation: आजकल के समय में सोशल मीडिया (Social Media) का दायरा बहुत तेजी से बढ़ा है. लोग खबर से लेकर मनोरंजन तक सभी कामों के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं. कई बार सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें वायरल होती (Viral Message on Social Media) है जो ठगों द्वारा लोगों को भेजा जाता है. इन मैसेज पर विश्वास करने पर आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है. आजकल देश में डिजिटल इंडिया (Digital India) के तहत मोबाइल टावर (Mobile Tower) लगाने का एक मैसेज बहुत तेजी से वायरल हो रहा है.
इस मैसेज में यह दावा किया जा रहा है कि आप केवल 740 रुपये का भुगतान करके 30 लाख रुपये और हर महीने 25,000 रुपये की कमाई कर सकते हैं. अगर आपको यह मैसेज मिला है तो इस मैसेज की सच्चाई जान लें-
सोशल मीडिया पर क्या किया जा रहा दावा-
आजकल सोशल मीडिया पर एक मैसेज बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. इस मैसेज का फैक्ट चेक पीआईबी द्वारा किया जा रहा है. इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार डिजिटल इंडिया के तहत मोबाइल वाई-फाई नेटवर्क (Mobile Tower Wifi Network) के तहत टावर लगा रही है, जिसके आवेदन शुल्क के रूप में 740 रुपये जमा करने होंगे. इस वायरल मैसेज में इस योजना का फायदा उठाने के लिए 740 रुपये जमा करने को कहा गया है. इसके साथ ही बताया गया है कि ऐसा करने पर आपको एकमुश्त 30 लाख रुपये मिलेंगे. इसके साथ ही परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी के रूप 25,000 रुपये प्रतिमाह सैलरी मिलेगी.
PIB ने किया वायरल मैसेज का फैक्ट चेक
पीआईबी ने इस वायरल मैसेज (PIB Fact Check) का फैक्ट चेक करते हुए बता दें कि यह वायरल मैसेज पूरी तरह से फर्जी है. भारत सरकार ने इस तरह का कोई पत्र जारी नहीं किया है जिसमें लोगों को 30 लाख रुपये और सरकारी नौकरी देने वादा किया गया है. यह वायरल मैसेज एक धोखाधड़ी का प्रयास है.
एक पत्र में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार @_DigitalIndia मोबाईल वाई-फाई नेटवर्क के तहत टॉवर लगा रही है, जिसके आवेदन शुल्क के रूप में ₹ 740 जमा करने होंगे#PIBFactCheck:
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 30, 2022
▶️ यह दावा #फर्जी है
▶️ यह पत्र भारत सरकार द्वारा जारी नहीं किया गया है
▶️ यह धोखाधड़ी का एक प्रयास है pic.twitter.com/UZVbkwEs8E
किसी भी वायरल मैसेज पर विश्वास करने से पहले जरूर चेक करें सच्चाई-
बता दें कि इस तरह के वायरल मैसेज पर बिल्कुल भी विश्वास न करें और अपनी निजी जानकारी बिल्कुल न शेयर करें. इस तरह के वायरल मैसेज में आपसे आपके बैंक डिटेल्स भी मांगे जाते जिसे शेयर करने से बचें. ऐसा करने पर आपके धोखाधड़ी के शिकार (Cyber Fraud) हो सकते हैं और आपका खाता पूरी तरह से खाली हो सकता है.
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