PIB Fact Check: क्या सरकार कर्मचारियों को दो रही है इंटरेस्ट फ्री कार लोन! जानें इस वायरल मैसेज की सच्चाई
Car Loan: वायरल मैसेज की सच्चाई पता करने के लिए पीआईबी ने इस मैसेज का फैक्ट चेक किया है. इसके बारे में जानकारी देते हुए पीआईबी (PIB Fact Check) ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह लेटर पूरी तरह से फेक है.
Viral Message of Car Interest Free Loan: आजकल सोशल मीडिया (Social Media) जानकारी का एक बहुत बड़ा साधन है, लेकिन कई बार इस सुविधा का बहुत बार गलत फायदा उठाया जाता है. आजकल सोशल मीडिया पर एक लेटर बहुत तेजी से वायरल जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार का सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) ने टाटा मोटर्स (Tata Motors) के साथ एक करार किया है. सोशल मीडिया में यह दावा किया जा रहा है कि इस करार के बाद अब सरकारी कर्मचारी को इंटरेस्ट फ्री कार लोन (Interest Free Car Loan) की सुविधा मिलेगी. अगर आपको यह मैसेज भेजा है तो जान लें इस वायरल मैसेज (Viral Message) की सच्चाई-
वायरल हो रहा यह मैसेज
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर तेजी से हो रहे वायरल मैसेज का फैक्ट चेक पीआईबी ने किया है. इस मैसेज में बताया गया है कि भारत सरकार सरकारी कर्मचारियों को इंटरेस्ट फ्री कार लोन की सुविधा देने के लिए टाटा मोटर्स के साथ करार किया है. इसके लिए भारतीय स्टेट बैंक की मदद ली गई है. एसबीआई और टाटा मोटर्स के करार के बाद से अब कोई भी कर्मचारी आसानी से स्टेट बैंक से टाटा मोटर्स (Tata Motors) की गाड़ी खरीदने पर इंटरेस्ट फ्री कार लोन प्राप्त कर सकता है.
A letter is doing the rounds on social media and claims that the Government of India is providing car finance at zero interest to government employees#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 5, 2022
▶️This letter is #Fake
▶️Govt of India has not issued this letter pic.twitter.com/q8T3pbUpJj
क्या है वायरल मैसेज की सच्चाई
इस वायरल मैसेज की सच्चाई पता करने के लिए पीआईबी ने इस मैसेज का फैक्ट चेक किया है. इसके बारे में जानकारी देते हुए पीआईबी (PIB Fact Check) ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह लेटर पूरी तरह से फेक है. भारत सरकार ने इस तरह का कोई लेटर जारी नहीं किया है और एसबीआई और टाटा मोटर्स के बीच इस तरह का कोई करार नहीं हुआ है.
हर वायरल मैसेज का करें फैक्ट चेक
आपको बता दें कि अगर आपके पास इस तरह का कोई भ्रामक मैसेज आता है तो आप इस पर बिल्कुल विश्वास न करें. इस तरह के मैसेज को बिना सोचें समझे फॉरवर्ड न करें और इसका फैक्ट चेक (PIB Fact of Viral Message) जरूर करें. अपनी निजी और बैंक डिटेल्स किसी के साथ भी बिना सोचें समझें किसी के साथ शेयर न करें.
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