PIB Fact Check of TRAI Letter: देश में 5G स्पेक्ट्रम की बोली लग चुकी है और सरकार ने ऐलान कर दिया है कि 2 अक्टूबर 2022 से देश में 5जी सर्विस शुरू हो जाएंगी. ऐसे में सोशल मीडिया में 5जी मोबाइल टावर इंस्टॉल करने को लेकर कई मैसेज बहुत तेजी से वायरल हो रहे हैं. लोगों को यह मैसेज भेजा जा रहा है कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (Telecom Regulatory Authority of India) के द्वारा एक लेटर जारी किया गया है. इस लेटर में यह दावा किया जा रहा है कि अगर आप अपने घर में मोबाइल टावर लगवाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको 5 हजार रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक का शुल्क जमा करना होगा.


यह शुल्क एक रिफंडेबल राशि होगा. यह मैसेज सोशल मीडिया (Social Media) पर बहुत तेजी से वायरल हो रहा है. ऐसे में इस मैसेज पर विश्वास करने से पहले इसकी सच्चाई जरूर जान ले. वरना बाद में आप ठगी के शिकार (Cyber Fraud) हो सकते हैं. आइए जानते हैं इस वायरल मैसेज की सच्चाई (Fact Check of Viral Message)-


PIB ने किया वायरल मैसेज का फैक्ट चेक-
पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर क्लेम किया जा रहा है कि TRAI 5जी टावर इंस्टॉल करने पर हर महीने लोगों को रेट और एकमुश्त एडवांस पेमेंट देगा. इसके लिए आपको 5,000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक का शुल्क जमा करना होगा. पीआईबी ने इस वायरल मैसेज के फैक्ट चेक (PIB Fact Check) में यह पाया कि या मैसेज पूरी तरह से फर्जी है. TRAI ने इस तरह का कोई लेटर जारी नहीं किया है जिसमें मोबाइल टॉवर लगाने के लिए 5 से 10 हजार रुपये का मांग की जाए. 






TRAI नहीं करता है मोबाइल टावर इंस्टॉल
पीआईबी ने बताया है कि भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण 4G/5G मोबाइल टावर को इंस्टॉल (5G Mobile Tower) करने में कोई रोल पले नहीं करता है. इसके साथ ही वह टेलीकॉम कंपनियों को टावर लगाने का किसी तरह का NOC नहीं देता है. ऐसे में इस तरह के मैसेज पर विश्वास करके भूलकर भी एडवांस मनी के नाम पर आप पैसा न दें. ऐसा करने पर आप ठगी के शिकार हो सकते हैं.


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