Buying Gold in Pitru Paksha 2022 : देशभर में हिंदू धर्म की सनातन संस्कृति में 16 दिवसीय पितृ पक्ष का पखवाड़ा शुरू हो गया है. इसका असर देश के हर कारोबार पर देखने को मिल रहा है. पितृ पक्ष में कुछ कारोबारों पर सीधा असर पड़ा है. लेकिन सबसे ज्यादा सोने-चांदी पर इसका असर हुआ है. करीब 25 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है.
पितृ पक्ष के बार सुधरेगा व्यापार
बाजार के जानकारों का मानना है कि लोग अभी बुकिंग कराकर नवरात्रों में डिलीवरी की मांग कर रहे हैं. पितृ पक्ष के बाद कारोबार में तेजी से उछाल आने की उम्मीद जताई जा रही है. पितृ पक्ष के दौरान कुल व्यापार में 10 फीसदी की गिरावट देखी गई है. इस दौरान सभी प्रकार के मांगलिक, वैवाहिक और अन्य शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. ज्यादातर लोग इस दौरान आवश्यक सामान की ही खरीदारी करते हैं.
कंफेडरेशन ने क्या कहा
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रडर्स (Confederation of All India Traders) के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि पितृ पक्ष में कुल मिलाकर 10 फीसदी का व्यापार कम हुआ है. सबसे ज्यादा प्रभावित सोने चांदी का कारोबार हुआ है, इसमें 25 फीसदी तक गिरावट आई है. क्योंकि सोना चांदी शुभ कार्य के लिए खरीदा जाता है और पितृ पक्ष में लोग सोना चांदी नहीं खरीदते हैं. वे बताते हैं कि यह 16 दिन व्यापारी के लिए बहुत ही अहम दिन होते हैं, आने वाले पूरे साल के व्यापार कि योजना इन 15/16 दिन में करनी होती है.
द.भारत में कोई असर नहीं
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंन (Federation of Automobile Dealers Association-FADA) के सीईओ सहर्ष दमानी का कहना है कि पितृ पक्ष का असर उत्तर भारत में होता है, दक्षिण भारत में बिक्री पर कोई प्रभाव नहीं है. उत्तर भारत में इस दौरान लोग बुकिंग नहीं कराते हैं, लेकिन जिन लोगों को वाहन नवरात्रों में चाहिए, पहले ही बुक करा चुके हैं. भले ही इस समय उत्तर भारत में वाहनों की बिक्री में कमी देखी जा रही हो, लेकिन पूरे माह की बिक्री में कोई असर नहीं पड़ता है. क्योंकि जो अभी डिलेवरी नहीं ले रहे हैं, वे नवरात्रों में लेंगे.
नया सामान नहीं खरीद रहे लोग
एनसीआर के ज्वैलर्स का कहना है कि लोग नया सामान खरीद नहीं रहे हैं, वे पसंद कर आइटम बुकिंग करा रहे हैं और आइटम नवरात्रों उठाने की बात कर रहे हैं. कारोबार में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है. इस तरह का ट्रेंड हर साल आता है.
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