Hindustan Times Leadership Summit 2022: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal, Union Minister of Commerce and Industry) ने शनिवार को भरोसा जताया है कि भारत-अमेरिका के बीच वस्तुओं और सेवाओं का द्विपक्षीय व्यापार साल 2030 तक 600 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. मालूम हो कि भारत और अमेरिका के बीच मौजूदा समय में द्विपक्षीय व्यापार 175 अरब डॉलर के करीब है. मंत्री गोयल ने हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट-2022 में ये बातें कही है.


भारत बनेगा सुपरपावर 
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि दुनिया भारत की बढ़ती ताकत को पहचान चुकी है. आने वाले समय में हमारा देश सुपरपावर होगा. अगले 25 साल में भारत एक ग्लोबल सुपरपॉवर बनने जा रहा है. दुनिया में भारत का स्थान काफी शानदार है. इसने तमाम भारतीयों की जिंदगी ही नहीं बदले हैं, बल्कि दुनिया के आर्थिक विकास में भी योगदान दिया है. इस दौरान उन्होंने दुनिया के शीर्ष देशों के बीच भारत की सकारात्मक छवि के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में बात चाहे पॉलिटिकल हो या फिर बिजनेस वर्ल्ड हो, लोग देख रहे हैं कि भारत आगे निकल चुका है. 


भारत को क्या मिलेगा 
14 सदस्यीय भारत-प्रशांत आर्थिक समृद्धि प्रारूप (आईपीईएफ-IPEF) के व्यापार स्तंभ का हिस्सा बनने पर मंत्री गोयल ने कहा कि यह इस पर निर्भर करेगा कि बदले में भारत को क्या मिलेगा? आईपीईएफ के तहत 13 सदस्य देश व्यापार, आपूर्ति श्रृंखला, स्वच्छ अर्थव्यवस्था और निष्पक्ष अर्थव्यवस्था जैसे सभी 4 विषयों पर एक साथ हैं. लेकिन भारत ने अब तक व्यापार स्तंभ से बाहर रहने का विकल्प चुना हुआ है और अन्य 3 विषयों पर वह इस समूह में शामिल है.


भारत-अमेरिका संबंध बने मजबूत 
गोयल ने इस कार्यक्रम में कहा कि, "भारत और अमेरिका के संबंध लगातार सुधर और मजबूत हो रहे हैं. आज हमारा लगभग 175 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है. मेरा मानना है कि आने वाले 7-8 सालो में यह 500 से 600 अरब डॉलर का हो जाएगा जबकि हमारा वस्तुओं और सेवाओं का निर्यात दो हजार अरब डॉलर का हो जाएगा. गोयल ने अमेरिका के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए-FTA) की संभावना पर कहा कि अमेरिका किसी देश के साथ नया व्यापार समझौता नहीं चाहता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत को अपने दोस्त और भरोसेमंद साझेदार के रूप में देख रहा है.


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