Stock Market Crash: लोकसभा चुनावों की गिनती वाले दिन शेयर बाजार में गिरावट की सुनामी और उसके चलते निवेशकों को हुए नुकसान को लेकर सरकार और शेयर बाजार के रेग्यूलेटर सेबी से रिपोर्ट सबमिट करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की गई है. इस याचिका में सुप्रीम कोर्ट से सरकार को और सेबी को स्टॉक मार्केट क्रैश को लेकर रिपोर्ट देने के लिए कोर्ट से निर्देश जारी करने की मांग की गई है.  


ए़डवोकेट विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में ये अर्जी दायर की है. विशाल तिवारी ने कहा, लोकसभा चुनाव के नतीजे वाले दिन बाजार में भारी क्रैश देखने को मिला. मीडिया न्यूज के हवाले से उन्होंने कहा कि निवेशकों को 20 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने इसे लेकर रेग्यूलेटरी मैकेनिज्म पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल के बाद बाजार अचानक ऊपर चला जाता है लेकिन जब नतीजे आये तो बाजार क्रैश कर गया. 


दरअसल 4 जून को लोकसभा चुनाव के लिए जैसे ही काउंटिंग शुरू हुई और ये रुझानों में ये स्पष्ट हो गया कि सत्ताधारी दल बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिलने जा रहा है जैसे कि एग्जिट पोल में दावा किया जा रहा था. इसके बाद बाजार औंधे मुंह गिर गया. सेंसेक्स में 6300 और निफ्टी में 2000 अंकों की गिरावट देखने को मिली. उस दिन एक समय निवेशकों को 45 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा था. 


पर निचले लेवल से रिकवरी के बाद सेंसेक्स 4389 और निफ्टी 1379 अंकों की गिरावट के साथ क्लोज हुआ और निवेशकों को एक सेशन में 31 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा. बाजार में आई भारी गिरावट पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो चुकी है. 


कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गुरुवार को बाजार में इस गिरावट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और निर्मला सीतारमण को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने इस पूरे मामले की जेपीसी से जांच कराये जाने की मांग भी की है.  


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