देश में रोजगार को लेकर चर्चा हमेशा रहती है. सोशल मीडिया पर आपको ऐसे कई हैशटैग ट्रेंड होते मिल जाएंगे, जिसमें युवा रोजगार से जुड़े मुद्दों पर लिख रहे होते हैं. हालांकि, इस बीच शहरी क्षेत्र में रहने वाले युवाओं के लिए खुशखबरी है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई-सितंबर 2024 के दौरान शहरी क्षेत्रों में बेरोज़गारी दर घटकर रिकॉर्ड निचले स्तर 6.4 फीसदी पर पहुंच गई है. 


NSO की रिपोर्ट में क्या है


राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) हाल ही में बेरोज़गारी दर को लेकर जो आंकड़े जारी किए हैं, उसमें बताया गया है कि जुलाई-सितंबर 2024 के दौरान शहरी क्षेत्रों में बेरोज़गारी दर घटकर 6.4 फीसदी पर पहुंच गई है. पिछले तिमाही में यह 6.6 फीसदी थी और एक साल पहले भी यह 6.6 प्रतिशत थी.


सोमवार को जारी की गई पीरियड बेस्ड लेबर फोर्स सर्वे (PLFS) डेटा में दिखाया गया है कि यह गिरावट अप्रैल-जून 2018 के बाद से सबसे कम है. हालांकि, लेबर फोर्स पार्टिसीपेशन रेट (LFPR) और श्रमिक जनसंख्या अनुपात (Worker Population Ratio) में वृद्धि देखी गई है.


काम खोजने वालों की संख्या बढ़ी


एक तरफ जहां शहरी क्षेत्रों में बेरोज़गारी दर घटकर रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई है. वहीं दूसरी ओर रोजगार की तलाश करने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. जुलाई-सितंबर तिमाही में ऐसे लोगों की संख्या 50.4 प्रतिशत हो गई है, जो अपने आप में उच्चतम स्तर पर है. 


महिलाओं के लिए भी बेरोज़गारी दर घटी


राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए लिंग आधारित आंकड़ों के अनुसार, महिलाओं के लिए बेरोज़गारी दर जुलाई-सितंबर में रिकॉर्ड निचले स्तर 8.4 फीसदी पर रही. हालांकि, यह लगातार पांचवी तिमाही थी जब महिला बेरोज़गारी दर 8 फीसदी से ऊपर रही. वहीं पुरुषों की बात करें तो उनके लिए, बेरोज़गारी दर जुलाई-सितंबर में 5.7 प्रतिशत रही, जो पिछली तिमाही में 5.8 प्रतिशत और एक साल पहले 6 प्रतिशत थी.


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