Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana: केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन धन योजना के दस साल पूरे हो गए हैं. इस योजना के तहत केंद्र सरकार ने देश के हर वर्ग को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने की कोशिश की है. योजना के एक दशक पूरे होने के खास मौके पर जश्न मनाया जा रहा है. आप इस योजना से जुड़े कुछ आसान सवालों के जवाब देकर जबरदस्त इनाम जीत सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना के 10 वर्ष पूरे होने पर एक क्विज का ऐलान किया है. अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स इस बारे में पोस्ट शेयर करके उन्होंने जानकारी दी है.


10 सवालों के जवाब देकर जीत सकते हैं कई धमाकेदार इनाम


अपने एक्स पोस्ट पर इस बारे में जानकारी साझा करते हुए पीएम मोदी ने लिखा है कि हम पीएम जन धन योजना के दस साल पूरे होने के मौके पर हम जन धन 10/10 चैलेंज लेकर आए हैं. इस क्विज में प्रतिभागियों को 10 आसान सवालों के जवाब देने होंगे. जो लोग इन सवालों के जवाब सही देगा, उन्हें पीएम मोदी द्वारा साइन की हुई किताब मिलेगी. यह क्विज आज पूरे दिन के लिए लाइव रहेगा.






कब शुरू हुई योजना


प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में इस योजना की शुरुआत 28 अगस्त, 2014 को की थी. इस योजना के तहत सरकार देश के गरीब और ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ना चाहती थी. इसके लिए उन्हें जीरो बैलेंस खाता खोलने की सुविधा दी गई. इस स्कीम के तहत सरकार को डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर यानी डीबीटी से लोगों को सोशल सिक्योरिटी स्कीम का लाभ पहुंचाने में बड़ी मदद मिली है. इसके जरिए लोगों के खाते में सरकारी स्कीम के पैसे सीधे पहुंच जाते हैं.


योजना के तहत खोले गए 53 करोड़ से अधिक खाते


योजना के दस साल पूरे होने पर देश में कुल 53.13 करोड़ जन धन खाते खोले गए हैं. इस समय देश कुल 53.13 करोड़ जन धन अकाउंट (Jan Dhan Account) हैं. इनमें करीब 2.3 लाख करोड़ रुपये पड़े हुए हैं. वित्त मंत्रालय के अनुसार इनमें से करीब 80 फीसदी अकाउंट एक्टिव हैं. साथ ही अगस्त, 2024 तक ऐसे अकाउंट का औसत बैलेंस बढ़कर 4,352 रुपये हो गया, जो मार्च 2015 में महज 1,065 रुपये था. वित्त मंत्री के अनुसार इस वित्त वर्ष में सरकार ने 3 करोड़ और जन धन खाते खोलने का लक्ष्य रखा है. इसमें से महिलाओं के लगभग 55.6 फीसदी (29.56 करोड़) अकाउंट हैं.


ये भी पढ़ें


Silver Rate Down: चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट, सोना भी सस्ता, जानें प्रमुख शहरों के ताजे रेट