(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
PM Kisan: शपथ लेते ही पीएम मोदी ने दिया किसानों को तोहफा, खाते में आए 2-2 हजार
PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले 9 जून को तीसरे कार्यकाल की शुरुआत शपथ ग्रहण के साथ की और आज उन्होंने देश के करोड़ों किसानों को शानदार तोहफा दे दिया...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरा कार्यकाल शुरू करते ही करोड़ों किसानों को शानदार तोहफा दे दिया है. तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अगले ही दिन सोमवार को उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त किसानों के खाते में भेजने के फाइल पर हस्ताक्षर कर दिया.
9 करोड़ से ज्यादा किसानों को लाभ
सोमवार को एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल का पहला फैसला प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त को जारी करने के फाइल पर हस्ताक्षर करने का लिया है. बयान के अनुसार, इस फैसले से देश के 9.3 करोड़ किसानों को फायदा होने वाला है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की इस 17वीं किस्त में किसानों को लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का लाभ मिलने वाला है.
किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फाइल पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा- हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है. ऐसे में यह पूरी तरह से उचित हो जाता है कि सरकार बनने पर किसानों के कल्याण से जुड़ी फाइल पर पहला हस्ताक्षर हो. हम आने वाले समय में कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए और काम करना चाहते हैं.
हर साल मिलते हैं 6-6 हजार रुपये
पीएम किसान योजना की शुरुआत किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की गई थी. इस योजना के तहत छोटे व सीमांत किसानों को हर साल केंद्र सरकार की ओर से 6-6 हजार रुपये की मदद मिलती है. यह मदद डीबीटी के जरिए सीधे किसानों के बैंक अकाउंट में भेजी जाती है. किसानों को साल भर में 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तें मिलती हैं.
चुनाव से पहले आई थी 16वीं किस्त
इससे पहले अब तक पीएम किसान योजना की 16 किस्तों के पैसे जारी हो चुके हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त का पैसा मार्च 2024 में आया था. उसके बाद अप्रैल से देश में चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत हो गई थी. करीब दो महीने चले चुनाव के बाद इस महीने के पहले सप्ताह में परिणाम सामने आया. पीएम मोदी की पार्टी भाजपा इस बार अकेले तो बहुमत नहीं हासिल कर पाई, लेकिन गठबंधन के सहयोगियों की मदद से मोदी सरकार तीसरी बार वापसी करने में सफल रही है.
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