पीएम किसान योजना के तहत किसानों को होने वाले भुगतान की तीसरी किस्त में देरी हो सकती है. पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में किसानों के आंदोलन की वजह से भुगतान इस महीने की शुरुआत से लटका हुआ है, अब इसमें और देरी हो सकती है. पीएम किसान स्कीम के तहत अमूमन के शुरुआती दस से पंद्रह दिनों के भीतर किसानों का पैसा उनके खाते में क्रेडिट हो जाता है.


कृषि मंत्रालय के अधिकारी किसान आंदोलन की वजह से व्यस्त 


पीएम किसान स्कीम के तहत किसानों के खाते में पैसा आने में देरी पर अधिकारियों का कहना है कि देश के नौ करोड़ किसानों के खाते में तीसरी किस्त के तौर दो हजार रुपये क्रेडिट करने की पूरी तैयारी कर ली गई, सिर्फ ऊपर के अधिकारों के निर्देश का इंतजार है. वहां से यह निर्देश आएगा कि पैसा फेज वाइज दिया जाए या एक ही बार. इकनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक कृषि मंत्रालय के बड़े अधिकारी किसानों के आंदोलन की वजह से व्यस्त हैं. भुगतान में देरी की यह एक वजह हो सकती है. हालांकि पिछले वित्त वर्ष में दिसंबर महीने में भी किसानों का पैसा रुका हुआ था. लेकिन उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरू एक समारोह में किसानों का पैसा एक ही बार उनके खाते में क्रेडिट करने का ऐलान किया था. अधिकारियों का कहना है कि किसानों का आंदोलन खत्म होने के बाद सरकार एक ही बार में उनका पैसा देने का ऐलान कर सकती है.


क्या है पीएम किसान स्कीम ? 


केंद्र सरकार योजना के तहत हर पात्र किसान को दो-दो हजार रुपये की बराबर किस्‍तों में सालभर में छह हजार रुपये देती है. यह पैसा ऐसे समय दिया जाता है जब रबी, खरीफ और जायद की फसलों में कृषि निवेश के लिए किसानों को पैसों की जरूरत होती है. प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम किसान सम्‍मान निधि योजना की घोषणा 2019 में की थी.


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