Chennai-Coimbatore Vande Bharat: वंदे भारत ट्रेन केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. भारतीय रेलवे (Indian Railway) इस ट्रेन के विस्तार को लगातार बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत (PM Modi Flag Off Chennai-Coimbatore Vande Bharat) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है.
इस ट्रेन के जरिए तमिलनाडु के दो शहर चेन्नई (Chennai) और कोयंबटूर (Coimbatore) के बीच यात्रा का समय एक घंटे तक कम हो जाएगा. इससे पहले पीएम मोदी ने सिकंदराबाद-तिरुपति (Secunderabad-Tirupati Vande Bharat Train) के बीच भी 12वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है. इसके अलावा पीएम मोदी ने चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भी अनावरण किया.
पीएम मोदी ने चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत को किया रवाना
चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर पीएम मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin), रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) की मौजूदगी में देश की 13वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस ट्रेन के जरिए चेन्नई और कोयंबटूर के बीच का 495.28 किलोमीटर का सफर केवल 5 घंटा 50 मिनट में पूरा कर लिया जाएगा. ऐसे में दोनों शहरों के बीच ट्रैवल टाइम में 1 घंटा 20 मिनट के कमी आ जाएगी. यह सेमी हाई स्पीड ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी.
जानें ट्रेन की टाइमिंग और किराया
चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस चेन्नई से कोयंबटूर के बीच के सफर में सेलम जंक्शन, इरोड जंक्शन और तिरुपूर से होकर गुजरेगी. यह ट्रेन कोयंबटूर से चेन्नई के लिए सुबह 6 बजे रवाना होकर सुबह 11.50 पर चेन्नई पहुंच जाएगी. चेन्नई से कोयंबटूर जाने पर आपको 1,365 रुपये का किराया देना होगा. इसमें 308 रुपये कैटरिंग चार्ज है. वहीं एग्जीक्यूटिव क्लास में आपको 2,485 रुपये का किराया देना होगा. इसमें 369 रुपये कैटरिंग चार्ज है. वहीं कोयंबटूर से चेन्नई के बीच चेयर कार के लिए 1,215 रुपये और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 2,310 रुपये बतौर किराया देना होगा.
देश में चल रही कुल 13 वंदे भारत एक्सप्रेस
सिकंदराबाद-तिरुपति वंदे भारत और चेन्नई-कोयंबटूर वंदे भारत की शुरुआत के बाद अब देश में कुल 13 वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं. यह ट्रेन 100 फीसदी स्वदेशी तकनीक से बनी है. सबसे पहली ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई थी. इसके बाद से ही लगातार रेलवे कई रूट्स पर वंदे भारत ट्रेन चला रहा है. रेलवे का यह लक्ष्य है कि आजादी के 75 साल में देशभर में कुल 75 वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएं.