(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
PM Modi US Visit: अमेरिका में एलन मस्क से मिलेंगे पीएम नरेंद्र मोदी, जानिए क्यों अहम होगी ये मुलाकात
Elon Musk Meet PM Modi: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. भारत में फैक्ट्री लगाने को लेकर चर्चा हो सकती है.
PM Narendra Modi visit US: टेस्ला के सीईओ और ट्विटर के मालिक एलन मस्क से अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुलाकात करेंगे. अपने नए अमेरिकी दौरा के दोरान पीएम नरेंद्र मोदी कई और चर्चित लोगों से मिलेंगे. इससे पहले साल 2015 में प्रधानमंत्री मोदी और एलन मस्क मिले थे.
क्यों ये मुलाकात होगी अहम
पीएम नरेंद्र मोदी और टेस्ला के मालिक की ये मुलाकात काफी अहम इस वजह से भी होने वाली है, क्योंकि एलन मस्क टेस्ला की भारत में टेस्ला फैक्ट्री लगाना चाहते हैं, पर परिस्थितियां अनुकूल नहीं हो पाई है. टेस्ला के इंपोर्ट टैक्स को कम करने के अनुरोध को भारत ने मना कर दिया था. हालांकि भारत में फैक्ट्री लगाने से पहले टेस्ला यहां कारों की टेस्टिंग करना चाहता है.
इन मुद्दों को लेकर हो रही चर्चा
पीएम मोदी अपने अमेरिकी दौरे के दौरान एलन मस्क के साथ ही 24 लोगों से मुलाकात करेंगे. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि भारत में टेस्ला फैक्ट्री लगाने पर चर्चा हो सकती है. हालांकि आयात शुल्क, टैक्स और चीन के मुद्दों जैसे कई मुद्दों पर टेस्ला और भारत सरकार के बीच रुकावट है.
टेस्ला को लेकर केंद्र का निर्देश!
भारत सरकार का कहना है कि अभी इंपोर्ट पर किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी. टेस्ला पहले भारत में अपनी फैक्ट्री लगाए फिर किसी तरह की छूट दी जा सकती है. भारत चाहता है कि कार निर्माता देश में स्थानीय स्तर पर वाहनों का निर्माण करे.
इन लोगों से मिलेंगे पीएम मोदी
मस्क के अलावा पीएम मोदी नोबेल पुरस्कार विजेताओं, अर्थशास्त्रियों, कलाकारों, वैज्ञानिकों, बिजनेसमेन, शिक्षाविदों और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों समेत 24 से ज्यादा लोगों से मुलाकात करेंगे. इनमें एस्ट्रोफिजिसिस्ट और लेखक नील डेग्रास टायसन, नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री पॉल रोमर, लेखक निकोलस नसीम तालेब और निवेशक रे डेलियो शामिल हैं.
पीएम ने टेस्ला कारखाने का किया था दौरा
साल 2015 में हुई मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेस्ला फैक्ट्री का दौरा किया था और नई टेक्नोलॉजी वाली कार में रुचि दिखाई थी. पीएम मोदी ने टेस्ला कारखाने का दौरा किया, जहां इंजीनियरों के एक ग्रुप ने एक प्रजेन्टेशन के दौरान बताया कि कैसे इलेक्ट्रिक कारें गैसोलीन से चलने वाली कारों से बेहतर हो सकती हैं.
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