PMKSY: प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के हैं कई फायदे, जानिए कब तक उठा सकते हैं लाभ
Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana: गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना को अगस्त 2017 में शुरू किया गया था. इस योजना के तहत कृषि आधारित कामों को बढ़ावा दिया जाता है.
Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana Scheme: सरकार किसानों की मदद करने के लिए और उनकी आय में वृद्धि करने के लिए तरह-तरह की योजनाएं लेकर आती ही रहती है. किसानों को इन योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके इसके लिए सरकार कुछ (Government Schemes for Farmers) बदलाव भी करती रहती है. उन्हीं में से एक योजना है प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana). इस योजना के तहत सरकार किसानों को कई तरह के लाभ देती है. इस योजना को लेकर सरकार ने एक बहुत बड़ा ऐलान किया है. अब देश के किसान इस योजना का लाभ 31 मार्च 2026 तक उठा पाएंगे.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (Pradhan Mantri Kisan Sampada Yojana Scheme) को अगस्त 2017 में शुरू किया गया था. इस योजना के तहत कृषि आधारित कामों को बढ़ावा दिया जाता है. इसके साथ ही इस योजना का मकसद है कि बड़े पैमाने पर किसानों को इसका लाभ पहुंचाया जाए. सरकार ने इस योजना के तरह 4,600 करोड़ रुपये आवंटित कर इसकी अवधि को मार्च 2026 तक के लिए बढ़ा दिया है. लेकिन, बहुत से लोगों को सरकार की इस स्कीम के बारे में जानकारी नहीं है. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना द्वारा सरकार किस तरह किसानों को मदद करती है-
क्या है प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना?
प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के तहत सरकार खेती में हुए अनाज को सही तरीके से दुकानों तक पहुंचाने के प्रबंधन और आधुनिक बुनियादी ढांचे (Infrastructure for Farming) के निर्माण में मदद करती है. इस योजना के द्वारा सरकार किसानों को अपने पैदावार को सही तरीके से बेचने का प्रबंधन देती है. इस योजना की मदद से भारत में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के विकास को तेजी मिली है. इससे किसानों को अपनी पैदावार बेचने का सही मौका और दाम मिलेगा. इससे किसानों के लिए नये रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना से सरकार पूरा करना चाहती है ये लक्ष्य
आपको बता दें कि सरकार प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के तहत एक ऐसा डायरेक्ट रिटेल आउटलेट यानी फसल फार्म गेट (Faisal Farm Gate) बनाना चाहती है, जिससे किसानों के खेत से अनाज जल्द से जल्द दुकानों तक पहुंच जाए. इससे फसल का सही मूल्य किसानों को मिलता है. इससे कृषि सेक्टर (Farming Sector) में होने वाली बर्बादी को कम करना और खाने की चीजों की प्रोसेसिंग की स्पीड को बढ़ाना और इसे खाने की चीजों के निर्यात को बढ़ाने में मदद मिलती है.
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