PNB FD Interest Rate: PNB ने फिर बढ़ाया फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें, देखें आपको इतना मिलेगा मुनाफा
RBI की ओर से Repo Rate में बढ़ोतरी के बाद एक के बाद एक बैंक ने ब्याज दरों में इजाफा शुरू कर दिया है. लोन पर ब्याज दर बढ़ने के अलावा बैंक जमा पर भी ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की है.
PNB FD Interest Rates Hike : देश की बड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी (FD) पर मिलने वाले ब्याज की दरों में बढ़ोतरी कर दी है. इससे पहले भी पीएनबी ने अपनी एफडी दरों में इजाफा किया था. आपको बता दे कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट (Repo Rate) में बढ़ोतरी के बाद एक के बाद एक बैंक ने ब्याज दरों में इजाफा शुरू कर दिया है.
नई दरें प्रभावी
लोन पर ब्याज दर बढ़ने के अलावा बैंक जमा पर भी ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी की है. इससे निवेशकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट करना आकर्षक हो गया है. पीएनबी ने 2 करोड़ रुपये से कम की एफडी योजना पर ब्याज में इजाफा करने का ऐलान किया है. ब्याज की नई दरें 20 जुलाई, 2022 से प्रभावी हो गई हैं.
ये है नई ब्याज दरें
- 7 से 45 दिनों में PNB बैंक में मैच्योर होने वाली FD पर अपनी ब्याज दरों को 3 फीसदी पर स्थिर रखा है.
- 46 से 90 दिनों में मैच्योर होने वाली FD पर 3.25 फीसदी का ब्याज देगा.
- 91 और 179 दिनों के बीच मैच्योर वाले एफडी पर 4 फीसदी का ब्याज मिलेगा.
- 180 दिनों और 1 साल से कम की मैच्योरिटी पर 4.50 फीसदी की दर से ब्याज देगा.
- 1 साल में मैच्योर होने वाली फिक्स्ड डिपॉजिट पर बैंक 5.30 फीसदी की ब्याज दर देना जारी रखेगा.
- 1 साल से ऊपर और 1 साल तक मैच्योर होने वाली एफडी पर बैंक ने ब्याज दर 15 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 5.45 फीसदी कर दी है.
- 2 साल से ज्यादा और 3 साल तक मैच्योर होने वाली जमाओं पर 5.50 फीसदी की ब्याज दर देना जारी रखेगा.
- पीएनबी ने 3 साल से ज्यादा और 5 साल तक मैच्योर होने वाली जमाओं पर ब्याज दर 0.25 फीसदी बढ़ाकर 5.75 फीसदी की है.
- 5 साल से ज्यादा और 10 साल तक मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज दर 5.60 फीसदी रहेगी.
- PNB ने 1111 दिनों में मैच्योर होने वाली एफडी पर ब्याज दर 0.25 फीसदी से बढ़ाकर 5.75 फीसदी कर दी है.
ये बैंक बढ़ा चुके ब्याज
मालूम हो कि SBI, Axis Bank, Indian Overseas Bank, Punjab & Sind Bank, IDBI Bank ने अपनी-अपनी एफडी दरों को इजाफा कर चुके हैं. इन दरों में बढ़ोतरी का ये सिलसिला आरबीआई के द्वारा रेपो रेट्स में बढ़ने के बाद शुरू हुआ है. रिजर्व बैंक ने मई और जून में लगातार 2 महीने प्रमुख दरों में 0.9 की बढ़ोतरी की थी.