PNB MetLife Bonus: पीएनबी मेटलाइफ ने अपने कस्टमर्स को बड़ी खुशखबरी दी है. कंपनी ने अपने 5.82 लाख कस्टमर्स को 930 करोड़ रुपये बोनस के तौर पर देने का ऐलान किया है. कंपनी ने कहा कि इस साल का बोनस पिछले वर्ष की तुलना में 21 फीसदी ज्यादा है. पीएनबी मेटलाइफ (PNB MetLife) ने बताया कि इसके अतिरिक्त 161.4 करोड़ रुपये से इस साल का कुल बोनस 930 करोड़ रुपये हो जाता है. बोनस के हकदार पॉलिसीहोल्डर्स की संख्या भी 30 हजार बढ़ी है. यह पिछले साल के मुकाबले 5.43 फीसदी ज्यादा है. 


ऐसे मिलता है पॉलिसीहोल्डर्स को बोनस 


कंपनी के चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर संजय कुमार ने कहा कि हम कस्टमर्स की फाइनेंशियल सिक्योरिटी और लॉन्ग टर्म प्रॉफिट को बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. यह बोनस भी उसी दिशा में उठाया गया कदम है. उन्होंने बताया कि पॉलिसीहोल्डर्स द्वारा दिए जा रहे प्रीमियम से हमारे एसेट में बढ़ोतरी होती है. इसका इस्तेमाल क्लेम पेमेंट के लिए किया जाता है. इस फंड का बड़ा हिस्सा सरकार द्वारा सिक्योर्ड डेट इंस्ट्रूमेंट में लगाया जाता है. साथ ही कुछ रकम इक्विटी में भी डाली जाती है. इससे होने वाले प्रॉफिट का कुछ हिस्सा वित्त वर्ष के अंत में कस्टमर्स को भी दिया जाता है. कंपनी के एसेट और लाईबिलिटी से भी बोनस का कुछ हिस्सा आता है. 


बीमा कंपनियां देती हैं इतने तरह के बोनस


सिंपल रिवर्सनरी बोनस (Simple Reversionary Bonus) को सम एस्योर्ड पर कैलकुलेट किया जाता है. इसका ऐलान सालाना आधार पर किया जाता है. यह पॉलिसी के मैच्योर होने या क्लेम होने तक जमा होता रहता है. बीमा कंपनियां कंपाउंड रिवर्सनरी बोनस (Compound Reversionary Bonus) भी देती हैं. इसे सम एस्योर्ड के कंसोलिडेटेड अमाउंट और पिछले सालों के बोनस के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है. इसमें चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है. इसका पेमेंट मैच्योरिटी के समय या पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु पर किया जाता है. इंटरिम बोनस (Interim Bonus) पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु या वित्त वर्ष खत्म होने से पहले पॉलिसी मैच्योर होने पर दिया जाता है. कैश बोनस (Cash bonus) का पेमेंट साल के अंत में किया जाता है. इसमें पॉलिसी की मैच्योरिटी का इंतजार करने के बजाय आपको हर साल अपना बोनस मिलता रहता है. टर्मिनल बोनस (Terminal bonus) को पर्सिस्टेंसी बोनस भी कहा जाता है. यह वन टाइम पेमेंट पॉलिसी मैच्योर होने पर या पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु पर किया जाता है.


ये भी पढ़ें 


Mahindra & Mahindra: ऑटोमोबाइल सेक्टर में बड़ा उलटफेर, टाटा मोटर्स से बड़ी हो गई महिंद्रा