नई दिल्लीः पंजाब नेशनल बैंक ने नीरव मोदी को बकाया चुकाने का एक और मौका दिया है. साथ ही बैंक ने मोदी पर गैर कानूनी तरीके से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग यानी एलओयू हासिल करने का आरोप भी जड़ दिया है. एलओयू एक तरह की गारंटी है जिसके आधार पर विदेशो में कोई बैंक कर्ज मुहैया कराता है.
दो दिन पहले ही नीरव मोदी ने सीनाजोरी करते हुए लिखा था कि बैंक ने मामले को सार्वजनिक कर अपने पैसे वापस पाने के सारे रास्ते बंद कर दिए है. नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोक्सी पर बैंक अधिकरियों के साथ सांठगांठ कर करीब साढ़े ग्यारह हजार रोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है. मामला सामने आने के बाद मोदी और चोक्सी दोनो ही फरार है, जबकि सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग ताबड़तोड़ छापेमारी कर चल-अचल संपत्ति जब्त करने में जुटे हैं.
दरअसल, नीरव मोदी की चिट्ठी की बात खबरों में आने के बाद बांबे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई ने पीएनबी से सफाई देने को कहा था. इस बारे में बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को भेजी जानकारी में कहा, “अपने बकाये की वसूली के लिए कायदे-कानून के मुताबिक ही हमने जरुरी कदम उठाए.” दरसअल, नीरव की शिकायत थी कि जब वो पूरी रकम वापस करने की बात कर रहा था तो बैंक ने मामले को सार्वजनिक क्यों कर दिया. बहरहाल, यहां ये बात गौर करने की है कि बैक को यदि किसी भी तरह की गड़बड़ी का पता चलता तो इस बारे में जरुरी जानकारी रेग्युलेटर को देना जरुरी है. साथ ही अगर बैंक के शेयरों की खरीद-फरोख्त स्टॉक एक्सचेंज पर होती है तो इन गड़बड़ियो की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज और सेबी को देनी जरुरी है. पंजाब नेशनल बैंक ने ऐसा ही किया.
नीरव को जवाब
- इस बीच सूत्रों की मानें तो पीएनबी ने नीरव मोदी की चिट्ठी का जवाब मेल कर दिया है. इसमे कहा गया है
- गैर-कानूनी तरीके से जारी किया गया एलओयू नीरव हासिल कर रहा था. ये पूरी तरह से अनाधिकृत था.
- किसी भी समय बैंक ने नीरव की तीनों फर्म (स्टेलर डाइमेंड, सोलर एक्सपोर्ट और डायमंड आर एस) को सुविधा दी गयी है.
- जैसे ही इन गैर कानूनी गतिविधियों का पता चला, उसी समय विदेशी मुद्रा लेन-देन से जुड़े कानून के उल्लंघन और मनी लांड्रिग से जुड़े कानून के उल्लंघन की जानकारी दी गयी है.
- कायदा-कानून कहता है कि पंजाब नेशनल बैंक के लिए ऐसी तमाम गतिविधियो को जानकारी कानूनी संस्थाएं और जांच एजेंसियो को देना जरुरी है.
- यदि नीरव के पास बैंक का बकाया चुकाने के लिए कोई ठोस व अमल लाए जाने लायक योजना है तो वो इस बारे में जवाब दे.
क्या पीएनबी चुका पाएगा देनदारी
इस बीच, कुछ बैंकों ने कहा है कि घोटाले में फंसे उनके पैसे की देनदारी पंजाब नेशनल बैंक की बनती है और उसे ये चुकानी होगी. दूसरी ओर पीएनबी कह रहा है कि इन बैकों ने ग़ड़बड़ियों को अपने स्तर पर क्यों नहीं पकड़ा. फिर भी जो कायदे-कानून के मुताबिक लेन-देन हुआ, उसमें जो भी देनदारी बनती है वो पीएनबी चुकाएगा. बैंक का ये भी कहना है कि उसके पास पर्याप्त संसाधन है और देनदारी चुकता करने में परेशानी नही होगी.