भारतीय डाक की स्कीम्स में पैसे निवेश करना एक बहुत पुराना और भरोसेमंद ऑप्शन रहा है. देश में एक बड़ा मध्यम वर्ग है तो पोस्ट ऑफिस स्कीम्स में निवेश करना पसंद करता है. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स देश के हर वर्ग के लिए बनाई गई है.कम इनकम वाले व्यक्ति से लेक ज्यादा इनकम वाला व्यक्ति भी इस स्कीम्स में निवेश कर सकता है. इसके साथ ही इंडियन पोस्ट में निवेश करने पर आपके पैसे मार्केट जोखिमों से अलग रहता है. यह मार्केट रिस्क के साथ-साथ ज्यादा ब्याज दर पर रिटर्न खाताधारकों को देता है.


टैक्स छूट का मिलता है लाभ
पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों को कई तरह के स्माल सेविंग स्कीम्स के ऑप्शन देता है. इन स्कीम में निवेश करने पर निवेशक को इनकम टैक्स रिटर्न में भी छूट का लाभ मिलता है. पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम्स जैसे एनएससी(NSC), पीपीएफ(PPF) और सुकन्या समृद्धि योजनाओं( Sukanya Samridhi Yojna), सीनियर सिटीजन स्कीम आदि में निवेश करने पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये के निवेश की छूट मिलेगी.


लोगों को पोस्ट ऑफिस में अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग शुल्क देना पड़ता है.  आपको पोस्ट ऑफिस के खाते का पासबुक, चेक आदि जैसी जरूरत की चीजें जारी करवानी है लेकिन, आपको पता नहीं की इस काम के लिए आपको कितना शुल्क देना होगा तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. तो चलिए हम आपको पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम के सर्विस चार्ज के बारे में जानकारी देते हैं-


जानें पोस्ट ऑफिस के सर्विस चार्ज डिटेल्स-
पोस्ट ऑफिस का डुप्लीकेट पासबुक बनाने के लिए आपको 50 रुपये का शुल्क देना होगा.
पोस्ट ऑफिस का स्कीम सर्टिफिकेट दोबारा बनाने के लिए 10 रुपये का शुल्क देना होगा.
अगर आपका किसी दूसरी जगह ट्रांसफर हो गया है और आप अपने पोस्ट ऑफिस अकाउंट को दूसरे शहर ट्रांसफर करना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में आपको 100 रुपये का शुल्क देना होगा.
चेक के डिसऑनर पर  ग्राहक को 100 रुपये शुल्क देना होगा.इसके साथ ही पोस्ट ऑफिस सर्विस चार्जेज और टैक्स भी अलग से भरना होगा.
पोस्ट ऑफिस अकाउंट स्टेटमेंट या पैसों की डिपॉजिट रसीद दोबारा प्राप्त करने के लिए 20 रुपये का शुल्क लगेगा.
पोस्ट ऑफिस स्कीम में अगर आप नॉमिनी में बदलाव करना चाहते हैं तो आपको 50 रुपये जमा करने होंगे.


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