Share Market Outlook: सितंबर 2024 के आखिरी हफ्ते से भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते गिरावट का जो सिलसिला शुरू हुआ है वो नवंबर महीने के तीसरे हफ्ते तक जारी है. इस अवधि में विदेशी निवेशकों ने करीब 1.60 लाख करोड़ रुपये के शेयर्स बेच डाले. बाजार में इस बिकवाली के दौरान सबसे ज्यादा पिटाई मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में देखने को मिली है. ऐसे में निवेशकों के सामने बड़ा सवाल है कि वो किन कंपनियों में निवेश करें जहां उन्हें शानदार-सुरक्षित रिटर्न मिले. मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ (Motilal Oswal Private Wealth) ने अल्फा स्ट्रैटजिक रिपोर्ट (Alpha Strategist Report) जारी किया है जिसमें फ्लेवर की जगह कंपनियों के मजबूत फंडामेंटल्स के आधार पर निवेश करने की सलाह दी गई है.
लार्ज-कैप स्टॉक्स का वैल्यूएशन हुआ शानदार
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ के रिपोर्ट मुताबिक, इस गिरावट के बाद लार्ज-कैप स्टॉक्स का वैल्यूएशन अपने लॉन्ग टर्म औसत के बराबर फेयर रेंज में आ चुका है जबकि मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स अभी भी महंगे नजर आ रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक सभी मार्केट कैप्स में 2 सालों के शानदार तेजी के बाद भविष्य में रिटर्न की उम्मीद को सीमित और कंपनी की कमाई के मुताबिक रखना होगा. मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ ने लॉर्ज-कैप और मल्टीकैप में अगले 3 से 6 महीने चरणबद्ध तरीके से निवेश करने की सलाह दी है. जबकि चुनिंदा मिड और स्मॉल कैप में रणनीति के तहत 6-12 महीने में निवेश करने की सलाह दी गई है. नोट में एकमुश्त रकम लगाने के लिए इक्विटी ओरिंटेड हाइब्रिड स्ट्रैटजी को अपनाने की सलाह दी गई है.
निवेशकों को बैलेंस स्ट्रैटजी अपनाने की सलाह
मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ ने कहा है कि लंबी अवधि में कंपनियों के कर्ज में कमी और दो वर्षों में बेहतर अर्निंग्स के चलते इक्विटी मार्केट का आउटलुक पॉजिटिव नजर आ रहा है. हालांकि छोटी अवधि में भू-राजनीतिक, सेंट्रल बैंक पॉलिसी और वैल्यूएशन के चलते उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है. ऐसे में नोट में निवेशकों को बैलेंस स्ट्रैटजी अपनाने की सलाह दी गई है.
ऐसे करें पोर्टफोलियो का अलोकेशन
नोट में मोतीलाल ओसवाल प्राइवेट वेल्थ ने पोर्टफोलियो का 30 फीसदी हिस्सा एक्टिविली मैनेज्ड ड्यूरेशन फंड्स (Actively managed duration funds) के अलावा 15 से 30 साल के औसत मैच्योरिटी वाले गवर्मेंट सिक्योरिटीज पेपर्स में निवेश की सलाह दी गई है. इसके अलावा पोर्टफोलियो का 30 से 35 फीसदी हिस्सा मल्टी एसेट अलोकेशन फंड (Multi Asset Allocation funds) और इक्विटी सेविंग्स फंड्स (Equity Savings Funds) में लगाने को कहा गया है. और 30 से 35 फीसदी पोर्टफोलियो का हिस्सा फिक्स्ड इनकम पोर्टफोलियो में लगाने की सलाह दी गई है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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