नई दिल्ली:  सार्वजनिक क्षेत्र की पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लि. (PGCIL) का इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट मार्च 2021 को खत्म हुए क्वार्टर में छह फीसदी से ज्यादा बढ़कर 3,526.23 करोड़ रुपये रहा. मुख्य रूप से आय बढ़ने के कारण कंपनी का लाभ बढ़ा है. PGCIL ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि कंपनी का इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट इससे पूर्व 31 मार्च 2020 को खत्म हुई तिमाही में 3,313.47 करोड़ रुपये था.


इतना बढ़ा प्रॉफिट
कंपनी की आय 2020-21 की जनवरी-मार्च तिमाही में 10,816.33 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 10,507.65 करोड़ रुपये थी. पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट 12,036.46 करोड़ रुपये रहा जो 2019-20 में 11,059.40 करोड़ रुपये रहा था. आलोच्य वित्त वर्ष में कंपनी की कुल आय 40,823.53 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 में 38,670.96 करोड़ रुपये थी.


बैठक में की गई ये सिफारिश
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की कल हुई बैठक में प्रति शेयर तीन रुपये का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की गई है. यह शेयरहोल्डर्स की मंजूरी पर निर्भर है. अंतिम लाभांश सालाना आम बैठक में घोषणा की तारीख से 30 दिन के अंदर दिया जाएगा. यह इस साल आठ जनवरी को दिए गए पांच रुपये और 30 मार्च को दिए गए चार रुपये प्रति शेयर अंतरिम लाभांश के अलावा है. यानी कंपनी ने 2020-21 के लिए 10 रुपये के अंकित मूल्य के शेयर पर कुल 12 रुपये प्रति शेयर लाभांश दिया है.


1:3 के हिसाब से बोनस शेयर देने की सिफारिश
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 1:3 के हिसाब से बोनस शेयर भी देने की सिफारिश की है. यानी 10-10 रुपये अंकित मूल्य के शेयरहोल्डर्स के पास प्रत्येक तीन शेयर के बदले एक नया शेयर बोनस के रूप में दिया जाएगा. यह शेयरहोल्डर्स की मंजूरी पर निर्भर है. बोनस शेयर भेजे जाने की सूचना उपयुक्त समय पर शेयर बाजार को दी जाएगी.


ये भी पढ़ें


भारत को 2026 तक 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनने के लिए 9% से ज्यादा रखनी होगी विकास दर- CII अध्यक्ष


EPFO: पेंशनर्स के लिए बहुत जरूरी है PPO नंबर, खो जाए तो दोबारा ऐसे कर सकते हैं हासिल