नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए आज का दिन बेहद अहम है क्योंकि मोदी सरकार आज अपना अंतरिम बजट पेश करने वाली है. उनकी सरकार के कार्यकाल का ये आख़िरी बजट होगा. ऐसे में इसे लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. इन्हीं अटकलों के बीच प्रतिक्रियाओं का दौर भी जारी है. आइए आपको अभी तक की बड़ी प्रतिक्रियाओं से रूबरू करवाते हैं.


होगी जुमलों की बारिश
बजट पर बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, "लोकसभा चुनावों पर निशाना साधते हुए वो (मोदी सरकार) लोकलुभावन स्कीमें पेश करने की कोशिश करेंगे. इसके पहले उन्होंने जो बजट पेश किए हैं उससे आम आदमी को फायदा नहीं हुआ है." खड़गे ने आगे कहा कि आज सिर्फ जुमलों की बारिश होगी. उन्होंने कहा कि सरकार के पास सिर्फ चार महीने हैं और ऐसे में वो ये स्कीमें कैसे लागू करेंगे.






देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब देश में जब हर क्षेत्र में देश गया घट तो क्या करोगे ला कर बजट. उन्होंने जनता को आगाह करते हुए कहा कि तैयार हो जाइए, आनेवाला है झूठ का पुलिंदा जिसमें ‘सच’ को छोड़कर सब कुछ होगा. आपको बता दें कि अखिलेश देश में घटी नौकरियों के बारे में बात कर रहे हैं.


दरअसल एनएसएससो की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पिछले वित्त वर्ष में देश में नौकरियां बेहद कम रही हैं. आंकड़े बताते हैं कि पिछले 45 सालों में नौकरियों का इतना बुरा हाल कभी नहीं रहा.






नौकरी के इसी डेटा पर करारा हमला करते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि नोटबंदी एक विपदा नहीं बल्कि एक मेगा स्कैम थी. इसने भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया. उन्होंने कहा कि एनएसएसओ के डेटा को छुपाने के लिए मोदी सरकार चाहे कैसा भी फरेब कर ले लेकिन देश में सब जानते हैं कि यहां बेरोज़गारी 1947 से भी ज़्यादा है.






लोकसभा चुनाव आने में करीब 2 महीने से ज्यादा का वक्त बचा है और इस लिहाज से मोदी सरकार के लिए ये बजट काफी अहम होने जा रहा है. सरकार से लोगों को कुछ ऐसे लोकलुभावन फैसले लेने की उम्मीद है जो उसे लोकसभा चुनाव में फायदा पहुंचा सके. अंतरिम बजट में अगले वित्त वर्ष के चार महीने के खर्च के लिये संसद की मंजूरी ली जायेगी.


पूर्ण बजट आम चुनाव के बाद बनने वाली नई सरकार जुलाई में पेश करेगी. यह बजट केन्द्र की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के मौजूदा कार्यकाल का छठा और अंतिम बजट होगा. हालांकि, यह अंतरिम बजट होगा लेकिन उद्योग सूत्रों और विशेषज्ञों का कहना है कि वित्त मंत्री गोयल इससे आगे बढ़कर कुछ नई घोषणायें कर सकते हैं.


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