नई दिल्लीः लॉकडाउन के चलते निजी क्षेत्र के कर्मचारियों ने अभी तक अपने ईपीएफओ एकाउंट्स से 2367.65 करोड़ रुपये की निकासी की है. यह रकम 7.40 लाख खातों से निकाली गई है. लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत केंद्र सरकार ने निजी कर्मचारियों को उनके ईपीएफओ अकाउंट्स से कुछ रकम निकालने की छूट दी है. यह कवायद इसलिए की गई थी जिससे अपनी जरूरत के मुताबिक निजी क्षेत्र के कर्मचारी कुछ रकम अपने ईपीएफओ खातों से निकाल सकें.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ के आंकड़ों के मुताबिक अभी तक ईपीएफओ 12.91 लाख क्लेम का सेटलमेंट कर चुका है. इसमें से 7.40 लाख क्लेम प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत किए गए हैं. सभी 12.91 लाख क्लेम में कुल 4684.52 करोड़ रुपये खाताधारकों को दिए गए हैं. जिनमें से 2367.65 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत कोरोना क्लेम के रूप में जारी किए गए हैं.
PF ट्रस्ट्स से भी जमकर हो रही निकासी
27 अप्रैल तक एक्सएम्प्टेड पीएफ़ ट्रस्ट्स से भी कोरोना क्लेम्स की जमकर निकासी हुई है. इन ट्रस्ट्स से 27 अप्रैल तक 875.52 करोड़ रुपये की निकासी 79,743 पीएफ खाताधारकों ने की है. इस स्कीम के तहत 222 निजी संगठनों के 54641 खाताधारकों ने 338.23 करोड़ रुपये की निकासी की है. वहीं, सार्वजनिक क्षेत्र के 24178 खाताधारकों ने 524.75 करोड़ रुपये की निकासी की है. कोऑपरेटिव सेक्टर के 924 खाताधारकों ने 12.54 करोड़ रुपए की निकासी की है.
किन कंपनियों के ट्रस्ट्स से हुई जमकर निकासी
जिन कंपनियों के ट्रस्ट से उनके कर्मचारियों ने अपनी ईपीएफओ की रकम की निकासी की है उसमें कई कंपनियों के नाम शामिल हैं. लेकिन बात अगर टॉप तीन कंपनियों की की जाए तो इस फेहरिस्त में टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एचडीएफसी बैंक शामिल है. इन तीनों ही कंपनियों में सबसे ज्यादा खाताधारकों ने सबसे ज्यादा रकम निकासी की है. वहीं अगर बात सार्वजनिक क्षेत्र की करें तो ओएनजीसी, नेवेली लिग्नाइट कॉरपोरेशन और बीएचईएल ने सबसे ज्यादा संख्या में कोरोना क्लेम अपने कर्मचारियों को दिए हैं.
स्कीम क्या है?
कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत ईपीएफओ यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के खाताधारकों को विशेष निकासी की छूट दी है. इस स्कीम के तहत ईपीएफओ के खाता धारक अपनी 3 महीने की Basic wage और DA या फिर अपने खाते में जमा रकम का 75 फीसदी हिस्सा (दोनों में से जो भी कम हो), निकाल सकते हैं.
स्कीम का मकसद?
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत ईपीएफओ खाताधारकों को यह विशेष सुविधा दी गई है. इस स्कीम का मकसद है कि निजी क्षेत्र के जिन कर्मचारियों के पास नगदी की कमी हो वह इस सुविधा का लाभ उठाकर अपने ईपीएफओ खाते से पैसा निकाल सके. सरकार ने इस स्कीम के तहत निजी कर्मचारियों के हाथ में ज्यादा पैसा देने की कोशिश की है. इसी स्कीम का फायदा उठाकर अब निजी कर्मचारियों ने करोड़ों रुपए की निकासी कर ली है.
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