आज पूरा देश होली के त्योहार के रंगों में डूबा हुआ है. हालांकि प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक HDFC Bank ने रंगों के त्योहार के ऐन पहले लोगों को झटका दिया है. इस प्राइवेट बैंक ने एक बार फिर से ब्याज दरें बढ़ा दी है. इसका खामियाजा एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों को अधिक ब्याज के रूप में चुकाना पड़ेगा.


इस तारीख से लागू हुआ बदलाव


एचडीएफसी बैंक ने सभी टेन्योर की सीमांत लागत आधारित ब्याज दरों यानी एमसीएलआर को 5 बेसिस प्वाइंट बढ़ा दिया है. इसका मतलब हुआ कि अब एचडीएफसी बैंक की एमसीएलआर 0.05 फीसदी बढ़ गई हो. यह प्राइवेट बैंक एमसीएलआर के आधार पर ही कई प्रकार के कर्जों की ब्याज दरें तय करता है. बैंक ने यह भी बताया है कि बढ़ी हुई ब्याज दरें 07 मार्च यानी होली के एक दिन पहले से ही प्रभावी हो गई हैं.


इतनी बढ़ी एमसीएलआर


एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, अब ओवरनाइट एमसीएलआर बढ़कर 8.65 फीसदी हो गई है. इसी तरह एक महीने के लिए एमसीएलआर 8.65 फीसदी, तीन महीने के लिए 8.70 फीसदी और छह महीने के लिए 8.80 फीसदी हो गई है. इसके अलावा अब एक साल के लिए यह दर 8.95 फीसदी, दो साल के लिए 9.05 फीसदी और तीन साल के लिए 9.15 फीसदी पर पहुंच गई है.


ऐसे होगा इसका असर


एमसीएलआर में इस बढ़ोतरी का मतलब हुआ कि अब एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों की ईएमआई भी बढ़ जाएगी, क्योंकि इसका असर ब्याज दरों पर होने वाला है. आपको एचडीएफसी बैंक अब किस दर पर कर्ज देगा, वह सिबिल स्कोर, आपकी नौकरी आदि जैसे कई कारकों पर निर्भर करेगा. हालांकि यह तय है कि हर किसी के लिए ब्याज दरें बढ़ जाएंगी.


इस कारण बढ़ रही है दरें


आपको बता दें कि महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रिजर्व बैंक पिछले साल मई से लगातार रेपो रेट बढ़ा रहा है. रेपो रेट बढ़ने का असर सभी बैंकों की ब्याज दरों पर होता है. अभी भी रेपो रेट में बढ़ोतरी का दौर थमा नहीं है. इसी कारण सभी बैंक ब्याज दरों को लगातार बढ़ाए जा रहे हैं. एचडीएफसी बैंक पिछले एक साल के दौरान इससे पहले भी कई बार ब्याज दरों को बढ़ा चुका है.