यह समय स्टार्टअप (STartup) का है. स्टार्टअप के मामले में आई यह क्रांति अमेरिका या यूरोप तक ही सीमित नहीं है, बल्कि भारत में भी पिछले कुछ सालों के दौरान तेजी से माहौल बदला है. कई स्टार्टअप सफलता की नई इबारत गढ़ रहे हैं और उनसे प्रेरित होकर लगातार नए स्टार्टअप बन रहे हैं. इसे लेकर माहौल में इस तरह से सुधार हुआ है कि एक मकान मालिक ने अपने किराएदार के स्टार्टअप में लाखों का निवेश कर दिया है.


सिलिकॉन वैली के नाम से मशहूर


यह कहानी है कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू (Bengaluru) की, जिसे आईटी का हब और भारत की सिलिकॉन वैली भी कहा जाता है. बेंगलुरू की यह पहचान अनायास भी नहीं है. दक्षिण भारत का यह शहर सूचना प्रौद्योगिकी का केंद्र रहा है और अभी स्टार्टअप की क्रांति के मामले में भी देश की अगुवाई कर रहा है. हाल के दिनों में यह शहर कुछ अजीब वजहों से चर्चा में रहा है. जैसे- एक मकान मालिक ने 12वीं में कम नंबर होने के चलते किराएदार को घर देने से मना कर दिया था.


शेयर किया बातचीत का स्क्रीनशॉट


इस शहर की ताजी कहानी भी मकान मालिक और किराएदार से ही जुड़ी है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर बेस्ड स्टार्टअप बेटरहाफ डॉट एआई (Betterhalf Dot AI) के को-फाउंडर एवं सीईओ पवन गुप्ता ने यह कहानी शेयर की है. उन्होंने अपने मकान मालिक के साथ हुई बातचीत का एक हिस्सा ट्विटर पर पोस्ट किया है. गुप्ता बताते हैं कि उनके मकान मालिक ने उनके स्टार्टअप बेटरहाफ डॉट एआई में 10 हजार अमेरिकी डॉलर यानी करीब 8.2 लाख रुपये का निवेश किया है.




स्टार्टअप के सीईओ ने कही ये बात


बातचीत के स्क्रीनशॉट के साथ गुप्ता लिखते हैं, बिजनेस के कड़े माहौल में मुझे अपने मकान मालिक के रूप में एक ऐसा इन्वेस्टर मिला है, जिसकी उम्मीद नहीं थी. उन्होंने मेरे स्टार्टअप बेटरहाफ एआई में हाल ही में 10 हजार डॉलर का निवेश किया है. बेंगलुरू में हर कोई जिस तरह से उद्यमशीलता की भावना दिखाता है, उससे वाकई में हैरान हूं. यह वास्तविक कारणों से भारत की सिलिकॉन वैली है.


इसी साल मिला इतना बड़ा निवेश


बेटरहाफ एआई की बात करें तो यह मैट्रिमोनियल सेवाएं देने वाला ऐप चलाती है, जो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर काम करता है. स्टार्टअप को वाई कम्बिनेटर जैसे इन्वेस्टर्स का समर्थन मिला हुआ है. कंपनी ने हाल ही में इसी साल सीरिज ए फंडिंग में 8.5 मिलियन डॉलर जुटाया था. उस निवेश राउंड में फिनसाइट वेंचर्स (FinSight Ventures), इंस्टाग्राम के को-फाउंडर माइक क्रिगेर (Instagram Co-founder Mike Krieger) और ड्रॉपबॉक्स के को-फाउंडर अराश फेरदोवसी (Dropbox Co-founder Arash Ferdowsi) जैसे इन्वेस्टर्स ने हिस्सा लिया था.


ये भी पढ़ें: महंगा होगा कर्ज या ब्याज के बोझ से मिलेगी राहत? बस 3 दिन में हो जाएगा आपकी ईएमआई का फैसला