गोल्ड लोन का कारोबार तेज, मुनाफे के लिए पीएसयू बैंक भी जोर-शोर से बाजार में उतरे
गोल्ड लोन में तेजी देख कर अब गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की तरह बैंक भी इसमें हाथ आजमाने लगे हैं.
गोल्ड लोन में तेजी देख कर अब गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की तरह बैंक भी इसमें हाथ आजमाने लगे हैं. हाल में गोल्ड लोन का कारोबार करने वाली कंपनी मुथुट फाइनेंस को खासा मुनाफा हुआ था. इसे देख कर बैंकों ने भी गोल्ड लोन वर्टिकल शुरू कर दिए हैं.
दरअसल कोरोना संकट के इस दौर में बड़ी तादाद में लोगों की नौकरियां गई हैं और उनकी सैलरी में कटौतियां की गई हैं. लोगों के सामने कैश संकट पैदा हुआ है. इसलिए लोग सोना गिरवी रख कर कैश ले रहे हैं. चूंकि गोल्ड लोन आसानी से मिल जाता है इसलिए इसे देकर कैश लेने वालों की संख्या बढ़ी है. इसका फायदा गोल्ड लोन बिजनेस में सक्रिय मुथुट फाइनेंस कंपनी और मण्णपुरम को मिल रहा है.
बैंकों के लिए कम रिस्क वाला कारोबार
कोरोना वायरस संक्रमण से फैली मंदी में बैंक भी पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड देकर अपना रिस्क बढ़ाना नहीं चाहते. उन्हें लोन के बदले गोल्ड सबसे सुरक्षित सिक्योरिटी लग रहा है इसलिए गोल्ड लोन कारोबार में उतर रहे हैं. इकनॉमिक टाइम्स की एक खबर के मुताबिक कैथोलिक सीरियन बैंक के गोल्ड लोन सेगमेंट में 30 फीसदी ग्रोथ की संभावना है.
सिर्फ निजी बैंक ही नहीं, गोल्ड लोन की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए बड़े सार्वजनिक बैंक भी गोल्ड लोन सेगमेंट में उतर रहे हैं. कुछ बैंकों ने इस मौके को भुनाने के लिए खास ब्रांच खोले हैं ताकि छोटे कारोबारी वहां अपना गोल्ड गिरवी रख लोन उठा सकें.
इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक केनरा बैंक के 750 ब्रांच इस वक्त गोल्ड लोन पर फोकस कर रहे हैं. दक्षिण भारत में इस बैंक के गोल्ड लोन सेगमेंट को अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है. सिंडिकेट बैंक के अधिग्रहण के बाद इस वित्त वर्ष की शुरुआत में इसका गोल्ड लोन पोर्टफोलियो बढ़ कर 56 हजार करोड़ रुपये का हो गया था. फेडरल बैंक के गोल्ड लोन कारोबार में भी बढ़त दर्ज की गई है. इस बैंक ने इस बैंक ने आठ फीसदी की ग्रोथ हासिल की है.