Small Saving Schemes: केंद्र सरकार ने अप्रैल से जून तिमाही के लिए कई छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दर में बढ़ोतरी कर दी है. सरकार ने ये इजाफा 10 से 70 बीपीएस तक का किया है. सरकार ने जिन छोटी बचत योजनाओं के ब्याज (Small Saving Schemes Interest Rates) में इजाफा किया है, उसमें सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट, सुकन्या समृद्धि योजना, मंथली इनकम सेविंग स्कीम, किसान विकास पात्र आदि शामिल हैं, लेकिन पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) के ब्याज में इजाफा नहीं किया गया है. 


पीपीएफ का ब्याज 7.1 फीसदी सालाना है. वहीं टाइम डिपाॅजिट पांच साल के लिए ब्याज 7.7 फीसदी है. इसके अलावा सुकन्या समृद्धि योजना में 8 फीसदी, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम का ब्याज 8.2 फीसदी हो चुका है. ऐसे में आप इन योजनाओं की तुलना में पीपीएफ में निवेश करके ज्यादा रकम कमा सकते हैं. 


पीपीएफ में क्या-क्या मिलते हैं लाभ 


पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम एक ऐसा विकल्प है, जो निवेशकों को एकमुश्त रकम जमा करने और किस्तों में जमा करने दोनों की अनुमति देती है. हालांकि आप साल में सिर्फ 12 किस्त ही जमा कर सकते हैं. इसमें एसआईपी की तरह हर महीने निवेश किया जा सकता है. एक्सपर्ट 1 से 4 तारीख के बीच में ही निवेश करने को कहते हैं, क्योंकि इसपर उस महीने का ब्याज एड होता है. 


टैक्स छूट के तहत है ये योजना 


पीपीएफ अकाउंट को किसी भी पीएसयू या प्राइवेट बैंक में खोला जा सकता है. साथ ही आप डाकघर में भी खोल सकते हैं. इसमें 500 रुपये कम से कम और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं. इनकम टैक्स के तहत इसे छूट की कैटेगरी में रखा गया. 


कैसे मिलेगा ज्यादा मुनाफा 


अगर आप इस योजना के तहत ज्यादा ब्याज का लाभ लेना चाहते हैं तो महीने के 1 से 4 तारीख के बीच में रकम जमा करना होगा, जिस कारण आपको उस महीने का भी ब्याज मिलेगा. ये योजना कम से कम 15 साल की मैच्योरिटी के साथ आती है. ऐसे में अगर आप इस योजना में 15 साल तक निवेश करते हैं तो आपको अन्य योजनाओं की तुलना में ज्यादा रकम मिलेगा. 


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