अब सरकारी बैंक भी देंगे डोर स्टेप फाइनेंशियल सर्विस, एक अक्टूबर से शुरू होगी योजना
एक अक्टूबर से शुरू होने वाली यह सर्विस देश के 100 शहरों में मिलेंगी. हालांकि यह सर्विस फ्री नहीं होगी. इसका चार्ज लगेगा.
प्राइवेट बैंकों के बाद अब सरकारी बैंकों ने भी बैंकिंग सेवाओं की होम डिलीवरी का फैसला किया है. सरकारी बैंक भी अब लोन समेत सभी बैंकिंग सर्विसेज आपके घर तक पहुंचाएंगे. इससे कोरोना संक्रमण के इस दौर में बुजुर्गो और दिव्यांग जनों को काफी फायदा होगा. 1 अक्टूबर से सरकारी बैंकों की यह सेवा शुरू हो जाएगी.
सीतारमण ने लॉन्च की योजना
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सरकारी बैंकों के लिए डोरस्टेप बैंकिंग सेवाएं शुरू कीं. इससे आपको सरकारी बैंकों की बैंकिंग सर्विसेज घर पर ही मिलेंगी. उन्होंने पीएसबी अलायंस-डोरस्टेप बैंकिंग सर्विसेज लॉन्च की.ग्राहक अब ई-फेसिलिटी, कस्टमर कॉल सेंटर, वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप के जरिये बैंकिंग सर्विसेज घर बैठे ही ले सकेंगे. ऐप के जरिये आप अपने एप्लीकेशन पर नजर भी रख सकेंगे. बैंकों ने अपनी तरफ से घर बैठे सेवा देने के लिए बैंकिंग एजेंट भी नियुक्त किए हैं.
शुरुआत में 100 शहरों में यह सर्विस लागू होगी
शुरुआत में यह सर्विस देश के 100 शहरों में मिलेंगी. हालांकि यह सर्विस फ्री नहीं होगी. इसका चार्ज लगेगा. कई प्राइवेट बैंक इस समय गैर बैंकिंग वित्तीय सेवा दे रहे हैं. इनमें चेक, डीडी कलेक्शन, नई चेक बुक सर्विस, टीडीएस, फॉर्म-16 और टर्म डिपोजिट रिसीट घर भेजना शामिल है. लेकिन अब 1 अक्टूबर से लोगों को घर बैठे दूसरी फाइनेंशियल सर्विसेज दी जाएगी.
आरबीआई ने कुछ समय पहले डोरस्टेप फाइनेंशियल सर्विसेज के नियम निर्धारित किए थे. इसके तहत कुछ प्राइवेट बैंक ऐसी सर्विस दे रहे थे लेकिन सरकारी बैंकों ने यह सेवा शुरू नहीं की थी. शुरुआत में सीनियर सिटिजन और दिव्यांग जनों के लिए यह सर्विस शुरू की गई थी, जो बैंक ब्रांच विजिट नहीं कर सकते थे.
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