PVR-Inox Merger के मर्जर को लेकर बड़ा अपडेट, NCLT ने ने इस विलय को लेकर दी अपनी मंजूरी, जानें डिटेल्स
PVR-INOX Merger: मल्टीप्लेक्स चेन (Multiplex Chain) का संचालन करने वाली पीवीआर लिमिटेड (PVR Limited) और आइनॉक्स लेजर लिमिटेड (Inox Laser Limited) ने मर्जर की घोषणा की है.
PVR-Inox Merger Deal: देश की मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री (Multiplex Industry) में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है और देश के दो सबसे बड़े मल्टीप्लेक्स चेन (Multiplex Chain) पीवीआर और आईनॉक्स चेन (PVR-INOX Chain) का विलय होने वाला है. अब इस विलय को लेकर एक बड़ा अपडेट (PVR-Inox Merger Update) आ गया है. गुरुवार के दिन नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (National Company Law Tribunal) की बॉम्बे बेंच ने दोनों मल्टीप्लेक्स चेन यानी पीवीआर लिमिटेड (PVR Limited) और आईनॉक्स लीजर (INOX Leisure) के विलय के लिए अपनी मंजूरी दे दी है.
मर्जर के बाद कंपनी के हो जाएंगे इतने स्क्रीन्स
इस मंजूरी के बाद इन मल्टीप्लेक्स चेन का नाम पीवीआर-आईनॉक्स (PVR-INOX) हो जाएगा. यह देश का सबसे बड़ा फिल्म Exhibitor बन जाएगा. दोनों के विलय के बाद इस कंपनी के कुल 1,546 स्क्रीन होंगे जो 341 प्रॉपर्टी और 109 शहरों में फैले हुए हैं. आपको बता दें कि पहले से बने थिएटर का नाम पीवीआर और आईनॉक्स ही रहेगा और जो नए थिएटर बनाए जाएंगे उनका नाम ही पीवीआर-आईनॉक्स (PVR-INOX) रखा जाएगा.
देशभर में PVR-INOX के होंगे 4,000 स्क्रीन्स
इस मर्जर के ऐलान (PVR-Inox Merger Deal) के बाद पीवीआर के ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव कुमार बिजली ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि इस मर्जर के बाद कंपनी देशभर में कई नए स्क्रीन्स शुरू करेगी और इसकी संख्या को 1,500 से बढ़ाकर 3,000 से 4,000 तक करने का प्लान है. कंपनी अगले पांच साल में स्क्रीन की संख्या को दोगुना से ज्यादा करने की प्लानिंग कर रही है. उन्होंने कहा कि हम हर साल देशभर में 200 से 250 स्क्रीन नए शुरू किए जाएंगे. इसके साथ ही ही उन्होंने कहा कि कंपनी देश के नॉर्थ-ईस्ट पार्ट में भी अपनी स्क्रीन की संख्या में बढ़ोतरी करेगा. इसके साथ ही देश के छोटे शहरों में भी पीवीआर-आईनॉक्स के मल्टीप्लेक्स की स्थापना की जाएगी. भारत के अलावा पीवीआर श्रीलंका में भी ऑपरेट करता है और इसके कुल 9 मल्टीप्लेक्स देश में संचालित होते हैं.
मार्च, 2022 में हुआ था मर्जर का ऐलान
संजीव बिजली ने बताया कि उनके मर्जर को NSE और BSE के शेयरहोल्डर्स की मंजूरी मिल गई है. दोनों ही कंपनियां स्टॉक मार्केट में लिस्टेड हैं. ऐसे में इस मर्जर को शेयर्स होल्डर्स के द्वारा मंजूरी मिलना जरूरी थी. कंपनियों ने इस मर्जर के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि इस वित्त वर्ष के खत्म होने से पहले सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी.
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