Qatar Spent 222 Billion Dollar : फीफा फुटबॉल वर्ल्डकप (FIFA World Cup-2022) का आयोजन खाड़ी देश कतर (Qatar) में चल रहा है. कतर ने इस आयोजन पर अब तक कुल 222 अरब डॉलर (222 Billion Dollar) की बड़ी रकम खर्च की दी है. ये रकम एशिया के दो सबसे बड़े अमीर कारोबारी एवं अडानी ग्रुप के फाउंडर और चेयरपर्सन गौतम अडानी (Gautam Adani) और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कुल नेटवर्थ से ज्यादा पैसा पानी की तरह खर्च किया है.
इतनी हैं नेटवर्थ
ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के अनुसार अडानी की कुल नेटवर्थ इस समय 132 अरब डॉलर है, जबकि अंबानी की नेटवर्थ 90 अरब डॉलर है. कुल मिलाकर दोनों की नेटवर्थ 222 अरब डॉलर होती है. अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में तीसरे पायदान पर हैं. देश की सबसे मूल्यवान रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन अंबानी इस लिस्ट में 9वें नंबर पर हैं.
सबसे महंगा फुटबॉल वर्ल्डकप
कतर में हो रहा फुटबॉल वर्ल्ड कप अब तक का सबसे महंगा खेल आयोजन है. इसकी शुरुआत 20 नवंबर को मेजबान कतर और इक्वॉडोर के बीच मुकाबले से शुरू हुई हैं. फाइनल मुकाबला 18 दिसंबर 2022 को होगा. इसमें कुल 32 टीमें भाग ले रही हैं.
पानी की तरह बहाया पैसा
आपको बता दें कि कतर को 2010 में फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली थी और तब से इस देश ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए खूब पैसा पानी की तरह खर्च किया है. इसके लिए 6 नए स्टेडियम बनाए हैं, जबकि 2 पुराने स्टेडियमों का कायाकल्प हुआ है. खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के लिए स्टेडियम बनाए हैं. इस पर कुल 6.5 अरब से 10 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान है.
यहां हुआ पैसा खर्च
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कतर ने फीफा वर्ल्डकप 2022 के सिर्फ इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाने में 210 अरब डॉलर खर्च किए गए हैं. जिसमें एयरपोर्ट्स, रोड, इनोवेटिव हब, होटल का कायाकल्प हुआ है. बता दें कि दोहा में ही खिलाड़ियों के ठहरने के लिए बनाए कॉम्प्लेक्स द पर्ल (The Pearl) बनाने पर 15 अरब डॉलर खर्च हुए जबकि दोहा मेट्रो पर 36 अरब डॉलर का खर्च किया गया हैं. कतर ने इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर कई साल तक हर हफ्ते 50 करोड़ डॉलर खर्च किए.
पहले इतना हुआ था खर्च
इससे पहले फुटबॉल वर्ल्ड कप-2018 में रूस में आयोजित हुआ था. उस पर रूस ने कुल 11.6 अरब डॉलर का खर्च किया था. इससे पहले साल फुटबॉल वर्ल्ड कप-2014 में ब्राजील में 15 अरब डॉलर और साल 2010 में साउथ अफ्रीका में 3.6 अरब डॉलर का खर्च हुआ था. इससे भी पहले जर्मनी में फुटबॉल वर्ल्ड कप-2006 में 4.3 अरब डॉलर, जबकि फुटबॉल वर्ल्ड कप-2002 में जापान में 7 अरब डॉलर, फ्रांस में 1998 में 2.3 अरब डॉलर और 1994 में अमेरिका में 50 करोड़ डॉलर का खर्च आया था.