Raghuram Rajan In Davos: आरबीआई (RBI) के पूर्व गर्वनर रघुरान राजन ( Raghuram Rajan) ने राजनीति में आने की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया है. राजन से सवाल किया गया कि क्या वे देश के अगले वित्त मंत्री होंगे तो उन्होंने कहा कि अभी वो जो काम कर कर रहे हैं उससे वे बेहद खुश हैं.
भारत जोड़ो यात्रा में हुए थे शामिल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में रघुराम राजन शामिल हुए थे. उसके बाद से उनके राजनीति में आने को लेकर कयास लगाये जा रहे थे. राजन ने मनीकंट्रोल को दिए इंटरव्यू में कहा कि, मैं मजबूत लोकतंत्र में यकिन रखता हूं. मैं सांप्रदायिक सदभाव में भरोसा रखता हूं. मेरा मानना है कि संस्थाओं को बचाना बेहद जरूरी है. ऐसे में मेरा चलना इस बात के लिए था कि जिस मकसद के लिए भारत जोड़ो यात्रा की जा रही है मैं उसमें यकिन करता हूं. राजन ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य भारत को एक करना है.
महंगाई - आर्थिक हालात पर रखी राय
राहुल गांधी का भारत जोड़ो यात्रा जब राजस्थान में था तब 14 दिसंबर, 2022 को रघुराम राजन ने सवाई माधोपुर से लेकर दौसा तक राहुल गांधी के साथ यात्रा की थी. यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने रघुराम राजन के साथ अलग अलग विषयों को लेकर बातचीत भी की. जिसमें राहत ने बेरोजगारी से लेकर महंगाई और वैश्विक आर्थिक स्थिति पर अपनी राय रखी.
ये साल रहेगा चुनौतिपूर्ण
राहुल गांधी के साथ बातचीत करते हुए रघुराम राजन ने कहा था कि 2023-24 में भारत अगर 5 फीसदी आर्थिक विकास दर को हासिल करता है तो वो बहुत ही भाग्यशाली कहलाएगा और आने वाले साल बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाला है. इसी बातचीत के क्रम में रघुराम राजन ने कहा कि देश में असमानता बढ़ती जा रही है. महामारी के बावजूद अपर मिडिल क्लास की आमदनी बढ़ी है क्योंकि वे घर से काम कर सकते थे. जो गरीब थे उन्हें रोजगार के लिए फैक्ट्रियों में जाना पड़ता था और फैक्ट्रियां बंद हो चुकी थी. ये असमानता कोरोना महामारी के दौरान और बढ़ी है. राजन ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था जबतक देश के भीतर सदभाव नहीं होगा हमारी सीमाएं सुरक्षित नहीं रह सकती है. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को दबाकर हम ताकतवर नहीं बन सकते हैं.
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