Railway Modernization: शानदार वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) की सफलता के साथ ही 30 दिसंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को अमृत भारत एक्सप्रेस (Amrit Bharat Express) का तोहफा भी दे दिया. पीएम मोदी ने एक साथ दो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. इन नई सस्ती सुविधाजनक ट्रेनों को भी खूब पसंद किया जा रहा है. हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnaw) ने कहा था कि सरकार हर साल 300 से 400 अमृत भारत ट्रेन चलाएगी. सरकार के इस प्लान के चलते ही इस साल रेलवे की विभिन्न कंपनियों के स्टॉक में उछाल आने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है.
इन रेलवे स्टॉक पर रहेगी नजर
हालिया समय में रेलवे की विभिन्न कंपनियों ने शेयर बाजार पर अच्छा प्रदर्शन किया है. अब सरकार द्वारा देश में ही निर्मित वंदे भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनों को आगे बढ़ाने के चलते ये स्टॉक्स बेहतर परफॉर्म कर सकते हैं.
- टीटागढ़ रेल सिस्टम्स
- इरकॉन इंटरनेशनल
- आईएआरएफसी
- रेल विकास निगम
- बीईएमएल
- रेलटेल
- कंटेनर कॉर्प ऑफ इंडिया
- आरआईटीईएस
- आईआरसीटीसी
बदल रहे रेलवे ट्रेक और स्टेशन
अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, पिछले 9.5 साल में रेलवे नेटवर्क 26 हजार किलोमीटर बढ़ चुका है. इसके अलावा सरकार ने 30,749 करोड़ रुपये खर्च करके रेलवे ट्रेक डबल किए हैं. साथ ही अमृत भारत स्टेशन प्रोग्राम के तहत भी 400 स्टेशनों को पूरी तरह से बदला जा रहा है. इनमें आधुनिक सुविधाएं और पार्किंग फैसिलिटी बढ़ाई जाएंगी. वैष्णव के अनुसार, अमृत भारत एक्सप्रेस एक स्लीपर क्लास ट्रेन है. इसमें किराया मामूली रूप से कम है मगर सुविधाएं वंदे भारत जैसी ही हैं. इसमें आधुनिक तकनीक, तेज स्पीड और आरामदायक सफर जैसी कई सुविधाएं मिल जाती हैं. यह न सिर्फ समय की बचत करती है बल्कि इसमें बाहरी शोर और हवा भी कम आती है.
मोदी सरकार के 9 सालों में क्या बदला
मोदी सरकार के 9 सालों में रेलवे में बहुत बदलाव आए हैं. इन आधुनिक ट्रेनों के अलावा नए ट्रेक बिछाने, स्टेशनों का नवीनीकरण और रूट का इलेक्ट्रिफिकेशन भी तेज हुआ है. रेलवे ने 14 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 100 फीसदी इलेक्ट्रिफिकेशन का लक्ष्य 31 मार्च, 2023 तक हासिल कर लिया है. इससे न सिर्फ भारत का आयात बिल कम होगा और जीवाश्म ईंधन पर उसकी निर्भरता कम होगी.
इन राज्यों में पूरा हुआ इलेक्ट्रिफिकेशन
- दिल्ली
- चंडीगढ़
- हरियाणा
- हिमाचल प्रदेश
- जम्मू एवं कश्मीर
- छत्तीसगढ़
- ओडिशा
- पुडुचेरी
- मध्य प्रदेश
- मेघालय
- तेलंगाना
- उत्तर प्रदेश
- उत्तराखंड
फिलहाल इन राज्यों में नहीं है रेल कनेक्टिविटी
- अरुणाचल प्रदेश
- असम
- त्रिपुरा
- मिजोरम
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