मौसमी फलों और सब्जियों के किसानों के उत्पादों को दूर-दराज की मंडियों तक पहुंचाने के लिए रेलवे खास ट्रेन चलाएगा. किसान ट्रेन के नाम से चलाए जाने वाली इन ट्रेनों से छोटे किसानों को फायदा मिल सकता है. रेलवे के मुताबिक पहली स्पेशल किसान ट्रेन नागपुर से दिल्ली तक के लिए चलाई जा सकती है. इसके अलावा पंजाब से पश्चिम बंगाल और ओडिशा तक के लिए कीनू स्पेशल (दिसंबर और जनवरी) ट्रेन चलाई जाएगी. ऑरेंज और कीनू स्पेशल ट्रेनें सबसे पहले चलाई जाएंगी. इसके बाद और भी मौसमी फल और सब्जियों को देश के दूर-दराज के इलाकों में ले जाने वाली ट्रेनें चलाई जा सकती हैं.


 छोटे किसानों को होगा असली फायदा


किसान रेल सेवा पिछले महीने लॉन्च की गई थी और अब तक इसके तहत देश भर में 4,100 टन खाद्य सामग्री देश भर के बाजारों में भेजी जा चुकी है. रेलवे का कहना है कि छोटे किसानों को उसकी पैदावार की अच्छी कीमत मिले इसलिए किसान स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं. इनके जरिये कम मात्रा में कृषि उत्पाद देश  के अलग-अलग हिस्सों में भेजे जा रहे हैं. इससे जो किसान पूरी ट्रेन बुक नहीं कर सकते उन्हें भी अपने कृषि उत्पादों को दूसरे राज्यों के बाजार में भेजने में मदद मिलेगी.


सीधे कंज्यूमर तक पहुंचेंगे फल


पीटीआई के पास उपलब्ध डेटा के मुताबिक किसान ट्रेन से नासिक से मुजफ्फर तक तीन किलो के अनार का पैकेट भी मुजफ्फरपुर भेजा गया है. वहीं 14 अगस्त को 17 दर्जन अंडे मनमाड के खंडवा भेजे जा चुके है. रेलवे के मुताबिक इस वक्त तीन किसान रेल चलाई जा रही है- ये हैं- देवलाली से दानापुर, अनंतपुर से दिल्ली और यशवंतपुर से निजामुददीन. ये सभी 85 फीसदी क्षमता के साथ चल रही हैं.


रेलवे के मुताबिक कीनू और संतरा स्पेशल के अलावा अप्रैल से जून तक आंध्र प्रदेश से मैंगो स्पेशल, मार्च और दिसंबर में नासिक से दिल्ली तक प्याज स्पेशल मार्च और दिसंबर में जलगांव से दिल्ली तक केला स्पेशल और अप्रैल से नवंबर तक सूरत, वलसाड और नवसारी से दिल्ली तक चीकू स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी.


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