Northern Railway Zone : भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने रेलवे की सुरक्षा को लेकर जबरदस्त इंतजाम किये है. रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेनों टाइमिंग को लेकर पूरी तरह से गंभीरता अपनाई है. इस दिशा में रेलवे जोनल स्तर पर लगातार कदम उठाए जा रहे हैं. बता दे कि महाप्रबंधक स्तर पर रिव्यू मीटिंग के जरिये हर लेवल पर सिस्टम को दुरूस्त करने पर विचार किया जा रहा है.
समीक्षा बैठकें शुरू
उत्तर रेलवे (Northern Railway) के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल का कहना है कि कि विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्य प्रगति की समीक्षा की. बैठक में स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने और स्टेशनों के मुख्य द्वार सहित स्टेशन की बिल्डिंग आदि में सुधार कराने पर खास बल दिया जा रहा है.
इन सुविधाओं का रखा ध्यान
यात्री सुविधाओं में विशेषकर प्लेटफार्मों के विस्तार, वाशेबल एप्रनों, प्लेटफार्मों का लेवल उठाने, दूसरे प्रवेश द्वार का एंट्री, फुट-ओवर-ब्रिज, एस्केलेटर, लिफ्ट और दिव्यांगजनों के लिए सुविधा शामिल रहीं है. महाप्रबंधक गंगल ने गतिशीलता में वृद्धि और अन्य विकासात्मक ढांचागत कार्यों व माल लदान के कार्यों की समीक्षा भी की.
चलाईं 1,078 क्रैक रेलगाड़ियां
उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे ने मालभाड़ा संचलन में चल स्टॉक (रोलिंग स्टॉक) की उपलब्धता के लिए 28 जुलाई से 03 अगस्त, 2022 तक 1,078 क्रैक रेलगाडियां चलाईं गईं. उन्होंने बेहतर क्रू-प्रबंधन और मानव शक्ति के उपयोग पर बल दिया है. उन्होंने ट्रेनों की टाइमिंग के बेहतर रिकॉर्ड को बनाए रखने और प्रगति की जांच करने के अभियान चलाने के निर्देश दिए है. उन्होंने चल रहे मानसून सीजन के दौरान संरक्षा बढ़ाने पर बल दिया और रेल परिचालन के दौरान आने वाली बाधाओं को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए.
रेल ट्रैक को साफ करने पर जोर
महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि रेल ट्रैक, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों और रेलपथों के निकट पड़े स्क्रैप को हटाने के लिए जोन द्वारा किए कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने रेलपथों, ट्रेनों और परिसरों में विद्युत संरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि ट्रेना की स्पीड़ बढ़ाना हमारी प्राथमिकता है और इससे जुड़े कार्यों में तेजी लाई जानी चाहिए ताकि वे समय पर पूरा हो सकें.
वृक्षों की छटाई और होगा मेंटेनेंस
महाप्रबंधक ने रेलपथों के किनारे वृक्षों की छटाई और झाड़ियों व घास-फूस को हटा कर मेंटेनेंस मानकों को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे कार्यों पर भी ध्यान दिया. गंगल ने रेल परिचालन में मानवीय भूलों को न्यूनतम करने पर बल दिया. रेल पटरियों की दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी की जानी चाहिए और कोई त्रुटि नहीं छूटनी चाहिए.
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