Ram Lalla Ayodhya: अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम धूमधाम से सजाया गया. प्रभु के मनमोहक रूप, आभूषणों और कपड़ों को देखकर सारी दुनिया अविभूत है. रामलला को सजाने के लिए सोना-चांदी और हीरे-जवाहरात का इस्तेमाल किया गया है. रामलला के आभूषण एवं कपड़े लखनऊ के एक ज्वैलर और दिल्ली के एक डिजाइनर ने बनाए हैं.
कपड़े और आभूषण बनाने के लिए धर्म ग्रंथों का लिया गया सहारा
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया. रामलला को 5 साल के बाल स्वरूप के तौर पर स्थापित किया गया है. रामलला के कपड़े और आभूषण उनके दिव्य स्वरूप को और ज्यादा आभा दे रहे हैं. इन्हें बनाने के लिए काफी रिसर्च की गई. इसके लिए आध्यात्म रामायण, वाल्मीकि रामायण, रामचरितमानस और आलवंदार स्त्रोत में वर्णित भगवान राम के रूप का वर्णन को भी ध्यान में रखा गया. इन धार्मिक ग्रंथों और अयोध्या के कवि यतीन्द्र मिश्रा के वर्णन के आधार पर लखनऊ के हरसाहीमल श्यामलाल ज्वैलर्स ने आभूषणों को तैयार किया है.
बनारसी कपड़ों पर सोने की जरी का किया गया इस्तेमाल
रामलला के कपड़ों के लिए बनारसी कपड़ों का इस्तेमाल किया गया है. पीली धोती और अंगवस्त्रम उन्हें पहनाए गए. इन अंगवस्त्रम पर पर सोने की जारी लगाई गई है. इस पर शंख, पद्म, चक्र एवं मयूर भी बनाए गए हैं. इन्हें दिल्ली के डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने तैयार किया है.
इन आभूषणों को किया गया है तैयार
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra) के अनुसार, भगवान का मुकुट सोने से बनाया गया है. इसमें माणिक्य, पन्ना और मोती लगाए गए हैं. उनके कुंडल में भी सोना, हीरे, माणिक्य एवं पन्ना लगाए गए हैं. उनके कंठ पर भी कई हीरे जवाहरात लगाए गए हैं. रामलला की कौस्तुभ मणि बड़े माणिक्य और हीरे से बनाई गई है. साथ ही पादिका बनाने में हीरे और पन्ने लगाए गए हैं. वैजंती को सोने से बनाया गया है. साथ ही रामलला की करधनी, बाजूबंद, कंगन एवं मुद्रिका, पैजनिया, बाण, तिलक, चांदी से बने खिलौने और छत्र भी बनाए गए हैं.
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