Ratan Tata Death: टाटा संस (Tata Sons) के मानद चेयरमैन रहे रतन टाटा (Ratan Tata) केवल दिग्गज उद्योगपति ही नहीं थे बल्कि अपने परोपकार (Philanthropy) के चलते वे लाखों लोगों के दिलों पर राज करते थे. उनके जाने के बाद देश विदेश में लोग उन्हें याद कर रह भावुक हो रहे. उसी में अमेरिका के सिलिकन वैली (Silicon Valley) में वाईकॉम्बिनेटर (YCombinator) में काम करने वाले अर्णव साहू भी हैं जिन्होंने रतन टाटा के निधन पर कहा, ये मेरी दुखद क्षण है. 


अर्णव साहू ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, रतन टाटा स्कॉलरशिप प्रोग्राम (Ratan Tata's Scholarship Program) के चलते ही वे अमेरिका में आ सके जहां उन्होंने पढ़ाई और अपना करियर बना सके. उन्होंने कहा रतन टाटा ने ही उनकी फ्लाइट टिकट, लैपटॉप, किताबें और रेंट के लिए भुगतान किया. अर्णव साहू ने भावुक होकर कहा, रतन टाटा नहीं होते तो हमारे जैसे कई लोग आज यहां नहीं होते. उन्होंने रतन टाटा को सबसे महत्वपूर्ण दानवीर बताया. 






अर्णव साहू ने उसी कॉरनेल यूनिवर्सिटी (Cornell University) में पढ़ाई की जहां से रतन टाटा ने भी 60 के दशक में पढ़ाई की थी और बैचलर ऑफ आर्किटेक्टर (Bachelor of Architecture) का डिग्री हासिल किया था. अर्णव साहू ने सोशल मीडिया में एक फोटो भी पोस्ट किया है जिसमें वे अन्य छात्रों के साथ रतन टाटा के साथ हैं. 






रतन टाटा ने जिस कॉरनेल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की उस यूनिवर्सिटी को उन्होंने साल 2008 में 50 मिलियन डॉलर उपहार के तौर पर दिया था जिसके चलते टाटा-कॉरनेल इंस्टीच्युट फॉर एग्रीकल्चर और न्यूट्रीशन ( Tata-Cornell Institute for Agriculture and Nutrition) तैयार किया गया. साल 2017 में टीसीएस (TCS) के 50 मिलियन डॉलर के निवेश से न्यूयॉर्क सिटी के कॉरनेल टेक रूसवेल्ट आईलैंड कैम्पस में टाटा इनोवेशन सेंटर (Tata Innovation Center) तैयार किया गया.  


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