नई दिल्लीः टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने आज एक ट्वीट किया है और कोरोना वायरस के संकटकाल में भी एक उम्मीद की किरण दिखने की बात कही है. उन्होंने इस संकट के समय को आंत्रप्रेन्योर्स के लिए एक अहम समय बताया है और उनकी क्षमता पर भरोसा जताया है.


रतन टाटा ने अपने ट्वीट की शुरुआत में लिखा है कि पिछले कुछ समय से जारी कठिन समय में आंत्रप्रेन्योर्स ने ऐसी दूरदर्शिता और रचनात्मकता प्रदर्शित की है जिसके बारे में पहले सोचा नहीं गया था. ये आज इनोवेशन और नई टेक्नोलॉजी के ध्वजवाहक बन गए हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि प्रोडक्ट् बनाने, कंपनी चलाने, ऑपरेशंस को बेहतर तरीके से चलाने का एक और तरीका खोजने की क्षमता मौजूदा संकट के परिणाम के रूप में सामने आएगी.


रतन टाटा ने आगे लिखा कि मैं इस मौजूद संकट के समय में मौजूद चुनौतियों और कठिनाइयों को कम नहीं करके देख रहा हूं. लेकिन मेरा आत्मविश्वास आविष्कारशील प्रकृति वाले आंत्रप्रेन्योर्स की रचनात्मकता में आज भी उच्च स्तर पर है. ये लोग नए या संशोधित उद्यमों को सक्षम करने के तरीके खोजेंगे जो कल के बेंचमार्क साबित होंगे.





रतन टाटा ने कहा कि ये एक नए साफ कागज पर नई शुरुआत करने के रूप में देखा जाएगा जिसमें उन सभी तरीकों पर काम किया जा सकता है जिसके बारे में पहले सोचा नहीं गया. यह संकट आंत्रप्रेन्योर्स को नए निर्माण करने और हालातों के अनुकूल ढलने के लिए मजबूर करेगा.


रतन टाटा ने खरीदी जेनरिक आधार में हिस्सेदारी
हाल ही में रतन टाटा ने मुंबई के 18 साल के लड़के की दवा बिक्री करने वाली कंपनी जेनरिक आधार में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी है. रतन टाटा इससे पहले भी ऐसे कई स्टार्टअप में निवेश कर चुके हैं, जिसमें Ola, क्योरफिट, अर्बन लैडर, Paytm, स्नैपडील, लेंसकार्ट और Lybrate शामिल हैं.


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