Ratan Tata Helped 21 year Old Man: अर्जुन देशपांडे (Arjun Deshpande) का नाम देश के सफल कारोबारियों की लिस्ट में आता है जिन्होंने केवल 21 साल की उम्र 500 करोड़ रुपये की कंपनी बना ली है. उन्होंने 16 साल की उम्र में लोगों को सस्ती दवा मुहैया कराने के लिए 'जेनरिक आधार' (Generic Aadhaar) नाम की कंपनी की शुरुआत कर दी थी. मुंबई बेस्ड स्टार्टअप की शुरुआती मदद रतन टाटा आगे आए थे. आज 'जेनरिक आधार' के देशभर में कई फ्रेंचाइजी चेन है. इस कंपनी के जरिए लोगों को 90 फीसदी तक की सस्ती दवा मिल रही है.
रतन टाटा ने की थी मदद
सस्ती दवा बेचने वाली अर्जुन देशपांडे की कंपनी 'जेनरिक आधार' का कहना है कि उन्होंने बिचौलियों को हटा दिया है. ऐसे में दवाइयों की लागत में कमी दर्ज की गई है. ऐसे में जो दवा कंपनियों द्वारा 110 रुपये प्रति स्ट्रीप में बेची जाती है वह जेनरिक आधार आधार केवल 5 रुपये प्रति स्ट्रीप में बेच रही है. सस्ती दवा बेचने के कारण देशपांडे की यह कंपनी कुछ ही दिन में कई शहरों में फैल गई. इसके बाद देशपांडे को TED Talk में आने का मौका मिला. उनका टेड टॉक का वीडियो वायरल हो गया था. इस वीडियो को देखकर रतन टाटा बेहद प्रभावित हुए और उन्होंने इस कंपनी की मदद करने का फैसला किया. रतन टाटा की मदद से आज जेनेरिक आधार के देशभर में 2,000 से अधिक स्टोर हैं. इसके साथ ही उन स्टोर्स से करीब 10,000 लोगों को रोजगार मिल रहा है.
राष्ट्रपति ने भी की तारीफ
इस साल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अर्जुन देशपांडे की तारीफ करते हुए कहा था कि देशवासियों को सस्ती दवा पहुंचाने के लिए उनका कदम सराहनीय है. राष्ट्रपति ने देशपांडे को 'फार्मा का वंडर किड' कहा था. कंपनी के बिजनेस की बात करें तो यह भारत के अलावा श्रीलंका, यूएई, म्यांमार, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश में भी अपने बिजनेस का विस्तार करने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही देशपांडे ने यह जानकारी दी थी वह जल्द ही कंबोडिया, दुबई और वियतनाम में भी जल्द अपने स्टोर्स की स्थापना करेंगे. इसके साथ ही वह पशुओं की दवा के लिए भी कई स्टोर्स खोलने का विचार कर रहे हैं.
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