नई दिल्लीः रतन टाटा ने आज मीडिया में चल रही अफवाहों पर लगाम लगाते हुए साफ किया कि वो टाटा संस के चेयरमैन पद से फिलहाल इस्तीफा नहीं दे रहे हैं. रतन टाटा, टाटा सन्स के अंतरिम चेयरमैन और टाटा ट्रस्ट के प्रमुख हैं. रतन टाटा ने कहा है कि कंपनी के मौजूदा हालात को देखते हुए उनका टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने का कोई इरादा नहीं है. रतन टाटा ने कहा कि ट्रस्टी से बातचीत का जो हवाला देकर मीडिया में यह कयास लगाया जा रहा है वह पूरी तरह से गलत है. रतन टाटा ने बताया कि ट्रस्ट में महज उस व्यवस्था को बनाने पर चर्चा चल रही है जिससे भविष्य में टाटा ट्रस्ट में नेतृत्व परिवर्तन को आसानी से अंजाम दिया जा सके.


रतन टाटा के नजदीकी लोगों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया था कि इस बार टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन भारतीय ही होगा. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि वह पारसी हो या फिर टाटा परिवार का सदस्य हो. आपको बता दें कि रतन टाटा ने टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन पद से साइरस मिस्त्री को हटा दिया था. इसके बाद से वह खुद ट्रस्ट के अंतरिम चेयरमैन थे. टाटा ट्रस्ट की टाटा संस में 66 फीसदी की हिस्सेदारी है. यह पहली बार है कि किसी समय पर टाटा सन्स और टाटा ट्रस्ट की कमान एक आदमी के हाथ में है.


साइरस मिस्त्री को टीसीएस और टाटा टेली सर्विसेज के निदेशक पद से हटाए जाने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि रतन टाटा टाटा ट्रस्ट का मुखिया पद छोड़ सकते हैं. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, ट्रस्ट ने बाहरी कंसल्टेंट्स से नए चेयरमैन के चुनाव को लेकर सलाह मांगी थी. माना जा रहा थी कि अगले वर्ष के मध्य तक नए चेयरमैन की तलाश पूरी हो जाएगी.


रतन टाटा ने ने कहा कि वो कंपनी के राष्ट्रीय महत्व के फैसलों को निर्णायक स्थिति तक ले जाने तक टाटा ट्रस्ट की कमान अपने पास रखेंगे. फिलहाल वह फरवरी तक टाटा सन्स के लिए नए चेयरमैन की चलाश कर रहे हैं. शुक्रवार को रतन टाटा ने स्पष्ट किया कि फिलहाल टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन पद को छोड़ने की उनकी कोई योजना नहीं है. यह बात ग्रुप ने एक स्टेटमेंट जारी कर बताई है.